दिल्ली
उत्तराखंड के जोशीमठ 700 से अधिक घरों में दरारें और चौड़ी होती जा रही हैं, इन्हीं चौड़ी होती दरारों की वजह से बैडमिंटन कोर्ट की दीवारें गिर गयी हैंसाथ ही जेपी पावर प्लांट के आवासीय परिसर में दीवारें गिरने लगी हैं. बैडमिंटन कोर्ट की जमीन कई फुट धंस गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक जेपी प्लांट के आवासीय परिसर का मेस ढहने लगा है. यहां के मेस का पूरा बाथरूम कई फुट नीचे धंस चुका है. जेपी के पूरे आवासीय परिसर को खाली कराकर इसे रेडज़ोन घोषित कर दिया गया है. वहीं आवासीय परिसर के नीचे से पिछले कुछ दिनों से मटमैले पानी की धारा बह रही है. पानी का बहाव इतना तेज है कि आवासीय परिसर की दीवार टूट गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पानी की वजह से ही पहाड़ की मिट्टी गिली होकर धंसने लग गई है.

जानकारों के मुताबिक, जलविद्युत परियोजनाओं सहित अनियोजित बुनियादी ढांचे के निर्माण के कारण इमारतों और सड़कों में भारी दरारें दिखाई दे रही हैं. इससे कई इमारतों के कभी भी ढहने की आशंका जताई जा रही है. जोशीमठ में जिन 723 घरों में दरारें आई हैं, उनके रहवासियों को अभी डेढ़ लाख की मदद की जाएगी. 50 हजार शिफ्टिंग के लिए और मुआवजे के एडवांस के तौर पर एक लाख रुपये दिए जाएंगे. फाइनल मुआवजा क्या होगा, ये बाद तय किया जाएगा. एक हफ्ते में सर्वे पूरा होगा और उसके बाद ये मदद दी जाएगी.