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बीजेपी को बचाने के लिए जमात को बनाया गया बलि का बकरा, हाईकोर्ट की टिप्पणी पर असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली: बॉम्बे हाईकोर्ट ने शनिवार को तबलीगी जमात मामले में विदेशियों सहित कई लोगों के खिलाफ दायर एफआईआर को खारिज किया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा है कि बीजेपी कोरोना महामारी के संभावित खतरे को कम कर रही थी।

असदुद्दीन ओवैसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘यह समयबद्ध निर्णय है। बीजेपी महामारी के संभावित खतरे को कम कर रही थी। बीजेपी को आलोचना से बचाने के लिए मीडिया ने तबलीगी जमात को बलि का बकरा बनाया। इस प्रचार के परिणामस्वरूप पूरे भारत में मुसलमानों को भयानक घृणा अपराधों और हिंसा का सामना करना पड़ा।’

बॉम्बे हाई कोर्ट की औरंगाबाद पीठ ने कहा है कि इस साल मार्च में दिल्ली में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले विदेशी नागरिकों को ‘बलि का बकरा’ बनाया गया और उनपर आरोप लगाया गया कि देश में कोविड-19 को फैलाने के लिए वे जिम्मेदार थे। जस्टिस टी वी नलावडे और जस्टिस एम जी सेवलिकर की पीठ ने 29 विदेशियों के खिलाफ दायर प्राथमिकियों को खारिज करते हुए 21 अगस्त को यह टिप्पणी की।

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