इजरायलियों को अब एहसास हो रहा है कि फिलिस्तीनियों को क्या भुगतना पड़ा है
एक सैन्य और राजनीतिक विश्लेषक एलिजा मैग्नियर का कहना है कि उनका मानना है कि इजरायल और ईरान के बीच दुश्मनी और भी बदतर होगी, लेकिन अगर विनाश जारी रहा तो युद्ध के लिए इजरायल का समर्थन कम हो सकता है।
उन्होंने मीडिया प्लेटफॉर्म अल जजीरा से कहा, “मुझे लगता है कि यह बढ़ता ही रहेगा क्योंकि हम अभी युद्ध के पहले दिन ही हैं, जिसकी घोषणा इजरायल ने ईरान पर की है। और साथ ही इजरायल के अधिकारियों, प्रधानमंत्री और सेना ने इजरायली समाज को चेतावनी दी है कि यह युद्ध बहुत भारी होने वाला है और इसकी कीमत बहुत अधिक होने वाली है। लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू के पीछे खड़ा और ईरान के खिलाफ युद्ध का समर्थन करने वाला समाज इस स्तर के विनाश की उम्मीद नहीं करता था।
उन्होंने कहा, “अब इस्राइलियों को एहसास हो रहा है कि फिलिस्तीनियों को क्या भुगतना पड़ा है, लेबनानी लोगों को क्या भुगतना पड़ा है, और वे अपने सामने विनाश देख रहे हैं, तेल अवीव, हाइफ़ा में इमारतें नष्ट हो गई हैं, हर जगह आग लगी हुई है। संपत्तियाँ अब मौजूद नहीं हैं। एक दिन में आठ लोग मारे गए, 250 घायल हुए। यह इज़राइल में बहुत लंबे समय से अनसुना है। इसलिए यह सब कुछ ऐसा नहीं है जिसके लिए इज़राइली समाज तैयार था।”