ईरान पर इस्राईली हमला तीसरा विश्व युद्ध छेड़ने के समान: मौलाना कल्बे जवाद
लखनऊ
इमामे जुमा मौलाना सैय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने ईरान पर इस्राईल के हमले की निंदा करते हुए इसे क्षेत्र में तीसरा विश्व युद्ध छेड़ने के समान बताया। मौलाना ने अपने बयान में कहा कि हम ईरान पर इस्राईल के हमले की कड़ी निंदा करते हैं और इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। विशेष रूप से हम ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामनाई के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
मौलाना ने कहा कि इस समय केवल ईरान ही अमेरिका और इस्राईल का मुक़ाबला कर रहा है। किसी भी मुस्लिम देश में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह अमेरिका और इस्राईल के ख़िलाफ़ एक शब्द भी कह सके। यही वजह है कि ईरान हमेशा साम्राज्यवादी और अहंकारी ताक़तों की आँखों में खटकता रहता है।मौलाना ने कहा कि अमेरिका और इस्राईल इंसानियत के खुले दुश्मन हैं और अब दुनिया को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमान ख़ैबर को भुला सकते हैं, लेकिन यहूदी नहीं भूल सकते। ध्यान रखिए कि सोशल मीडिया पर जितनी भी पोस्ट साम्राज्यवादी ताक़तों की ओर से डाली जाती हैं, वे या तो पैग़म्बर मुहम्मद (स.) के ख़िलाफ़ होती हैं या हज़रत अली (अ.) के। क्योंकि यहूदी आज भी ख़ैबर की हार को नहीं भूले हैं। हज़रत अली (अ.) ने ख़ैबर में यहूदियों को शिकस्त दी थी, और आज इंशाअल्लाह आयतुल्लाह सैय्यद अली ख़ामनाई इस्राईल को शिकस्त देंगे। मौलाना ने आगे कहा कि आज कौन है जो इस्राईल को ग्रेटर इस्राईल योजना पर अमल करने से रोक सके? क्या ये गुलाम मुस्लिम देश रोक पाएंगे? क्या वे लोग रोकेंगे जो अपनी इज़्ज़तो ओ नामूस को अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने पेश कर रहे थे? आज मिस्र और जॉर्डन जैसे देश खुलेआम इस्राईल का समर्थन कर रहे हैं। मुस्लिम देशों द्वारा इस्राईल को हथियार और रसद पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ये अरब देश इतने बेशर्म हैं कि अपने आलीशान महलों और अय्याशियों के बदले मक्का और मदीना भी दे देंगे। हज़ारों मासूम ग़ज़ा में मार दिए गए, लेकिन इनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। मौलाना ने अपने बयान में कहा कि यक़ीनन ज़ालिमों का अंत होकर रहेगा। अब इस्राईल के विनाश के दिन क़रीब हैं। इंशाअल्लाह ईरान का जवाब निर्णायक होगा, इस पर पूरी दुनिया को यक़ीन है।