तेहरान: ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़री ज़ादे की राजधानी तेहरान के उपनगरीय क्षेत्र में आतंकियों द्वारा हत्या कर दी गई है।

यह हमला शुक्रवार को दोपहर दो बजे कर चालीस मिनट पर किया गया। ब्योरे के अनुसार पहले उनकी गाड़ी के पास एक मालवाहक वाहन में सवार आत्मघाती आक्रमणकारी ने अपनी गाड़ी को धमाके से उड़ा लिया और उसके बाद निकट मौजूद उसके साथियों ने मोहसिन फख्री ज़ादे की गाड़ी पर फायरिंग शुरु कर दी। इस हमले में मोहसिन फख्री ज़ादे के साथ उनके कुछ रिश्तेदार और सुरक्षा कर्मी भी बुरी तरह घायल हो गये।

हमले के बाद ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फख्रीज़ादे को हेलीकाप्टर से अस्पताल पहुंचाया गया किंतु डाक्टर उन्हें बचाने में कामयाब नहीं हुए और वह शहीद हो गये।

इस अवसर पर होने वाली झड़प में कई अन्य लोग मारे गये जिनकी पहचान अभी तक बतायी नहीं गयी है लेकिन कुछ सूत्रों के अनुसार मारे जाने वालों में से कई हमलावर भी हैं।

उल्लेखनीय है कि इसरायली शासन ने वर्ष 2018 के आरंभ में घोषणा की थी कि इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी के जाजूसों ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों की टार्गेट किलिंग की कोशिश की थी लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके थे। इस बारे में एक समाचार चैनल ने भी दावा किया था कि, मूसान के जासूसों ने ईरान के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़री ज़ादे महाबादी की टार्गेट किलिंग की कोशिश की थी लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए थे। याद रहे कि वरिष्ठ ईरानी वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़री ज़ादे इस्लामी गणतंत्र ईरान के परमाणु रिएक्टर के प्रभारी थे।

ईरान ने कहा, हमले में इजराइल का हाथ
ईरान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करके घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि हमले के बाद घायल अवस्था में मोहसिन फख्रीज़ादे को अस्तपाल ले जाया गया लेकिन उन्हें जीवित रखने की डाक्टरों की कोशिश सफल नहीं हो पायी और ईरान के एक और महान सेवक की वर्षों तक अपने देश और राष्ट्र की सेवा के बाद शहादत हो गयी। इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री जवाद ज़रीफ ने ट्वीट करके कहा है कि शहीद फख्रीज़ादे की हत्या के पीछे इस्राईल के हाथ होने के चिन्ह मिले हैं।

उन्होंने लिखा है कि आतंकवादियों ने ईरान के एक और वरिष्ठ वैज्ञानिक की हत्या कर दी। यह कायरता पूर्ण कार्यवाही जिसमें इस्राईल के हाथ होने के चिन्ह मिले हैं, नाकामी के बाद युद्ध की कोशिश का लक्षण है।

उन्होंने लिखा कि ईरान विश्व समुदाय विशेषकर यूरोपीय संघ से मांग करता है कि वह अपने लज्जानक दोगले व्यवहार का अंत करे और इस आतंकवादी हमले की आलोचना करे।