ईरान की मल्टीवारहेड खैबर मिसाइलों ने आज इज़राइल में मचाई तबाही
तेहरान
इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने कहा कि उसने पहली बार ज़ायोनी शासन इज़राइल के खिलाफ जवाबी हमलों के नवीनतम दौर में मल्टीवारहेड खैबर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। आईआरजीसी ने कहा कि ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के हिस्से के रूप में ज़ायोनी शासन के खिलाफ ईरान के हमलों की 21वीं लहर सोमवार को शुरू की गई।
इस हाइब्रिड ऑपरेशन में ठोस और तरल ईंधन वाली बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ स्मार्ट ड्रोन भी शामिल थे।
आईआरजीसी ने कहा कि सोमवार के हमले में पहली बार मल्टीवारहेड खीबर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं, साथ ही कहा कि मिसाइलों की सटीकता बढ़ाने और लक्ष्यों पर उनके प्रभावी और विनाशकारी प्रभाव को सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक और आश्चर्यजनक रणनीति अपनाई गई। आईआरजीसी ने कहा कि ईरानी मिसाइलों ने उत्तर से दक्षिण तक, कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में विभिन्न लक्ष्यों को निशाना बनाया है।
आईआरजीसी ने जोर देकर कहा कि नई विशेष रणनीति और इजरायली शासन की वायु रक्षा प्रणालियों की कमजोरियों पर ध्यान केंद्रित करके इसकी दक्षता-उन्मुख कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
आईआरजीसी ने कहा कि इजरायली लक्ष्यों के खिलाफ ईरानी ड्रोन द्वारा किए जा रहे युद्ध अभियानों में कोई रुकावट नहीं है, यह देखते हुए कि कब्जे वाले क्षेत्रों के ज़ायोनी हड़पने वालों को लगातार सायरन सुनना होगा और आश्रयों में भागना होगा।
आईआरजीसी ने निष्कर्ष निकाला कि इज़राइल की मुकम्मल तबाही तक ईरान की पूरी राष्ट्रीय रक्षा जारी रहेगी।
ज़ायोनी शासन ने 13 जून को ईरान के खिलाफ़ बिना उकसावे के आक्रामक युद्ध छेड़ दिया। इसने ईरान के परमाणु, सैन्य और आवासीय स्थलों पर हवाई हमले किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप शीर्ष सैन्य कमांडरों, परमाणु वैज्ञानिकों और आम नागरिकों सहित सैकड़ों ईरानी शहीद हुए हैं।
इसके तुरंत बाद ईरानी सैन्य बलों ने जवाबी हमले शुरू कर दिए। इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कोर एयरोस्पेस फोर्स ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के भाग के रूप में 23 जून तक ज़ायोनी शासन के विरुद्ध जवाबी मिसाइल हमलों के अबतक 21 राऊंड चलाये हैं।