तेहरान: ईरान के सांसदों ने रविवार को बंद दरवाज़ों के पीछे संसद की बैठक में देश के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक शहीद फ़ख़्रीज़ादे की हत्या के विभिन्न आयामों की समीक्षा की और इस हत्या का जवाब देने के विकल्पों के बारे में चर्चा की।

सांसदों ने इस बैठक में जवाबी कार्यवाही और उचित प्रतिक्रिया के लिए कुछ फ़ैसले किए हैं। बैठक के बाद संसद सभापति मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने इस बैठक का ब्योरा देते हुए कहा कि अपराधी दुश्मन तब तक नहीं पछताएगा जब तक उसे ठोस जवाब न दे दिया जाए जिससे उसके अगली संभावित ग़लतियों को भी रोका जा सके और इस अपराध का भी बदला लिया जा सके। उन्होंने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में इस अपराध को अंजाम देने वालों और अपराध का आदेश देने वालों से शहीद फ़ख़्रीज़ादे की हत्या का इंतेक़ाम लेने के साथ ही सभी संबंधित बलों, संगठनों व संस्थाओं का दायित्व है कि वे इस दुखद नुक़सान को विभिन्न आर्थिक, सुरक्षा, प्रतिरक्षा व परमाणु क्षेत्रों में मज़बूती के लिए एक अवसर में बदल दें।

ईरान के संसद सभापति ने कहा कि सभी का दायित्व है कि अमरीका के राजनैतिक सिस्टम को किसी भी प्रकार का कमज़ोर सिग्नल देने या उस पर भरोसा जताने से बचें। क़ालीबाफ़ ने शहीद फ़ख़्रीज़ादे की हत्या पर संसद की प्रतिक्रिया की तरफ़ संकेत करते हुए कहा कि संसद ने अपने दायित्वों व अधिकारों के परिप्रेक्ष्य में एक प्रस्ताव का मसौदा पारित किया है जिस पर रविवार को बहस हुई और ईश्वर ने चाहा तो इसी हफ़्ते यह प्रस्ताव पारित हो जाएगा।