तेहरान: ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि जबतक सारे प्रतिबंध हटाए नहीं जाते उस समय तक 20 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन (Uranium enrichment) को रोका नहीं जाएगा।

ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रेस टीवी से बात करते हुए कहा कि परमाणु समझौते के हिसाब से देश को 20 प्रतिशत के स्तर तक यूरेनियम के संवर्धन (Uranium enrichment) का अधिकार है। उन्होंने बताया कि परमाणु समझौते का अनुच्छेद-36, ईरान को 20 प्रतिशत के स्तर तक यूरेनियम के संवर्धन का अधिकार देता है।

अमरीका में जनवरी में बाइडेन द्वारा इस देश की सत्ता संभालने के बाद से उनकी सरकार के बहुत से अधिकारी कई बार यह कह चुके हैं कि पहले ईरान को परमाणु समझौते के बारे में अपने वचनों को पूरा करना होगा। जब एसा होता है तो फिर अमरीका भी जेसीपीओए (JCPOA) में वापस आएगा। हालांकि इस्लामी गणतंत्र ईरान (Islamic Republic of Iran) के अधिकारों का कहना है कि अमरीका को इस वास्तविकता को समझना होगा कि वह ख़ुद ही जेसीपीओए से निकला है। एसे में उसका दायित्व बनता है कि पहले वह परमाणु समझौते में वापस आए। अमरीका के परमाणु समझौते में वापस आने के बाद ईरान अपने हिसाब से पहले इसकी समीक्षा करेगा और इसके सही होने के बाद ही ईरान, अपनी कटिबद्धताओं का पालन करेगा।

अभी हाल ही में बाइडन प्रशासन (Biden Administration) के अधिकारियों के हवाले से यह बात सामने आई है कि इसी सप्ताह में ईरान के सामने अमरीका की ओर सेे यह प्रस्ताव रखा जा सकता है कि अगर वह आधुनिक सेंट्रीफ़्यूज मशीनों से यूरेनियम संवर्धन रोक दे और यूरेनियम को 20 प्रतिशत के ग्रेड तक संवर्धित न करे तब अमरीका आर्थिक प्रतिबंधों में कमी कर सकता है।बाइडन प्रशासन के अधिकारी ने अमरीका के प्रस्ताव के बारे में अधिक ब्योरा तो नहीं दिया मगर इतना ज़रूर कहा कि वाशिंग्टन चाहता है कि ईरान और अमरीका दोनों परमाणु समझौते की ओर लौट आएं।

ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि 20 प्रतिशत के ग्रेड तक यूरेनियम संवर्धन (Uranium enrichment) उस वक़्त तक रोका नहीं जाएगा जब तक अमरीका अपने सारे प्रतिबंध हटा नहीं लेता।