देश में फिलहाल एक और माह तक अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों की आवाजाही बंद रहेगी. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने कोविड19 महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया है. नियामक ने एक सर्कुलर में कहा है कि हालांकि केस टू केस आधार पर चुनिंदा रूट्स पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा इंटरनेशनल शिड्यूल्ड फ्लाइट्स की अनुमति दी जा सकती है.

बता दें कि कोरोनावायरस महामारी के कारण देश में 23 मार्च से अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध लगा है. लेकिन वंदे भारत मिशन के तहत मई से और चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय एयर बबल इंतजामात के तहत जुलाई से विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की जा रही हैं. वहीं घरेलू यात्री उड़ानों की सेवा भारत में 25 मई से फिर शुरू हो चुकी है.

भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 18 देशों के साथ एयर बबल समझौता किया हुआ है. दो देशों के बीच एयर बबल पैक्ट के तहत दोनों देशों की विमानन कंपनियां विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर सकती हैं. DGCA के सर्कुलर में यह भी उल्लिखित है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध नियामक द्वारा विशेष रूप से अनुमति प्राप्त इंटरनेशल ऑल कार्गो ऑपरेशंस और फ्लाइट्स के परिचालनों को प्रभावित नहीं करता.