अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी के महानिदेशक ने क़तर के एक टीवी चैनल के साथ बात करते हुए कहा है कि एजेन्सी, ईरान के साथ द्विपक्षीय ढंग से काम को आगे बढ़ा सकती है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि तेहरान को कुछ सवालों के जवाब देने होंगे।

रफ़ाएल ग्रोसी ने इस बारे में कहा कि हम उन विषयों के बारे में सफलता हासिल नहीं कर सके जिनकी हमें तलाश थी। उन्होंने कहा कि इस समय जो बात सबसे महत्वपूर्ण है, वह यह है कि हम ईरान के साथ कामों को द्विपक्षीय रूप से आगे बढ़ा सकते हैं। आईएईए के महानिदेशक ने कहा कि अगले चरण में एजेन्सी को उन प्रश्नों के उत्तर की ज़रूरत होगी जो तेहरान से पूछ गए हैं। ग्रोसी का यह बयान ऐसी स्थिति में सामने आया है कि जब बीबीसी ने हाल ही में रिपोर्ट दी है कि निदेशक मंडल की बैठक में, जो सोमवार को आरंभ हुई थी और शुक्रवार 11 जून तक जारी रहेगी, ईरान का परमाणु कार्यक्रम एजेन्सी के एजेन्डों में से एक है।

निदेशक मंडल की यह बैठक सोमवार को बंद दरवाजों के पीछे आरंभ हुई। जैसा कि कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि एजेन्सी के 35 सदस्यों में से कुछ ने कोरोना के कारण इस बैठक में वीडियो कांफ़्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। आईएईए के निदेशक मंडल की बैठक ऐसी स्थिति में आरंभ हुई है कि जब समाचारिक स्रोतों ने रोएटर्ज़ को बताया है कि ब्रिटेन, फ़्रांस, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमरीका इस बैठक में ईरान के विरुद्ध कोई प्रस्ताव पेश नहीं करना चाहते हैं।