ब्रिस्टल : सलामी बल्लेबाज टैमी ब्यूमोंट और ऑलराउंडर नताली सिवर के बीच अटूट शतकीय साझेदारी की मदद से इंग्लैंड ने पहले महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत को आठ विकेट से मात दी. मेजबान टीम ने 15.1 ओवर बाकी रहते ही मुकाबला अपने नाम कर लिया. इसके साथ ही उसने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई. भारतीय टीम को धीमी और ढीली बल्लेबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा. भारत टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान मिताली राज के 108 गेंदों में बनाए गए 72 रन के बावजूद निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट पर 201 रन तक ही पहुंच पाया. इंग्लैंड के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था और उसने 34.5 ओवरों में दो विकेट पर 202 रन बनाकर मैच को एकतरफा बना दिया.

ब्यूमोंट (87 गेंदों पर 87 रन) और सिवर (74 गेंदों पर 74 रन) इंग्लैंड की इस आसान जीत की नायिका रही. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 119 रन की अटूट साझेदारी की. ब्यूमोंट ने अपनी पारी में 12 चौके और एक छक्का जबकि सिवर ने 10 चौके और एक छक्का लगाया. ब्यूमोंट ने लगातार चौथा और कुल 13वां जबकि साइवर ने 15वां अर्धशतक बनाया. लक्ष्य का पीछा करते हुए लॉरेन विनफील्ड हिल (16) को झूलन गोस्वामी ने पांचवें ओवर में विकेटकीपर तानिया भाटिया के हाथों कैच करा दिया था लेकिन ब्यूमोंट ने टीम पर इसका दबाव नहीं बनने दिया. ब्यूमोंट ने कप्तान हीदर नाइट (18) के साथ दूसरे विकेट के लिए 59 रन जोड़े जिसमें 41 रन का योगदान उनका था. अनुभवी एकता बिष्ट ने नाइट को बोल्ड करके यह साझेदारी तोड़ी.

सिवर ने केवल ब्यूमोंट की सहयोगी की भूमिका नहीं निभाई और अपनी साथी से भी अधिक तेजी से रन बनाए. उन्होंने हरमनप्रीत कौर पर मैच का पहला छक्का. बाद में ब्यूमोंट ने भी हरमनप्रीत पर छक्का जड़कर स्कोर बराबर किया.

इससे पहले कप्तान मिताली राज के करियर के 56वें अर्धशतक के बावजूद भारतीय महिला टीम शुरुआती झटकों और धीमी बल्लेबाजी से आखिर तक नहीं उबर पाई और आठ विकेट पर 201 रन ही बना सकी. महिला वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाली मिताली ने 10वें ओवर में क्रीज पर कदम रखा तथा 108 गेंदों पर 72 रन बनाए जिसमें सात चौके शामिल हैं. उन्होंने पूनम राउत (61 गेंदों पर 32 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 94 गेंदों पर 56 और दीप्ति शर्मा (46 गेंदों पर 30) के साथ पांचवें विकेट के लिए 85 गेंदों पर 65 रन की उपयोगी साझेदारियां की. लेकिन शुरू की धीमी बल्लेबाजी और आखिरी पांच ओवर में पर्याप्त रन नहीं बनने के कारण भारत चुनौतीपूर्ण स्कोर नहीं बना पाया.

इंग्लैंड की तरफ से बाएं हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन ने 40 रन देकर तीन विकेट लिए. इनमें हरमनप्रीत कौर और मिताली के कीमती विकेट भी शामिल हैं. तेज गेंदबाज कैथरीन ब्रंट और अन्या श्रबसोले ने दो-दो विकेट हासिल किए. टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए भारतीय टीम को अपना पहला वनडे खेलने वाली शेफाली वर्मा (14 गेंदों पर 15 रन) और स्मृति मंधाना (25 गेंदों पर 10 रन) अपेक्षित शुरुआत नहीं दिला पाईं. क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में सबसे कम उम्र में डेब्यू का रिकॉर्ड बनाने वाली शेफाली ने शुरू से अपने शॉट खेलने शुरू किए. उन्होंने कैथरीन पर लगातार दो चौके जमाए लेकिन इस तेज गेंदबाज ने शॉर्ट पिच गेंदों से उनकी परीक्षा ली. शेफाली ने ऐसी ही एक गेंद पर आसान कैच दिया. मंधाना श्रबसोले की गेंद पर लेट कट करने के प्रयास में बोल्ड हुई.

मिताली ने शुरू में बेहद धीमी बल्लेबाजी की और इस बीच पूनम भी तेजी नहीं दिखा पाई. भारतीय टीम 16 ओवर में 50 रन तक पहुंची. इसके बाद पूनम और हरमनप्रीत (एक) दोनों के एक रन अंदर के पवेलियन लौटने से टीम पर दबाव बढ़ा. स्कोर चार विकेट पर 84 रन हो गया लेकिन मिताली ने विकेट बचाए रखकर दीप्ति के साथ मिलकर स्ट्राइक रोटेट की. भारत का स्कोर 40 ओवर के बाद चार विकेट पर 134 रन था. इसके बाद इन दोनों ने अपने इरादे दिखाए लेकिन दीप्ति को श्रबसोले ने पगबाधा आउट कर दिया. मिताली ने इससे पहले इसी ओवर में मिडविकेट पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया था.

मिताली आखिर तक क्रीज पर नहीं रही जिसका भारतीय स्कोर पर असर पड़ा. उन्होंने श्रबसोले के अगले ओवर में लगातार दो चौके लगाये लेकिन एक्लेस्टोन की आर्म बॉल का सही अनुमान नहीं लगा पाई और बोल्ड हो गईं. इसके बाद भारत अंतिम 27 गेंदों पर 21 रन ही जोड़ पाया. निचले क्रम में पूजा वस्त्राकर (15) ही कुछ योगदान दे पाईं. भारत ने अपनी बैटिंग के दौरान 188 डॉट बॉल खेली. इससे साफ होता है कि भारतीय बल्लेबाज लगातार रन नहीं निकाल पाईं. इस वजह से उसका लक्ष्य नाकाफी था.