स्पोर्ट्स डेस्क
भारत ने जिम्बाब्वे को तीसरे और आखिरी वनडे में 13 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप कर लिया. मैच के हीरो ज़िम्बाब्वे के सिकंदर रज़ा साबित हुए जिन्होंने अपने शानदार शतक से ज़िम्बाब्वे को एक असंभव सी जीत लगभग दिला थी मगर शायद इसी को कहते हैं कि जो जीता वही सिकंदर और रज़ा सिकंदर बनते बनते रह गए.

शानदार शतकों का गवाह बना ये मुकाबला इस सीरीज के अंत में आया, लेकिन शानदार प्रदर्शनों और रोमांच के साथ सीरीज पर पर्दा गिरा गया. टीम इंडिया ने युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के करियर के पहले शतक के दम पर 289 रनों का स्कोर खड़ा किया. इस स्कोर को सिकंदर रजा ने भी जोरदार शतक के साथ कड़ी चुनौती दी और भारत को मुश्किल में डाल दिया, लेकिन आखिर में गिल ने ही रजा का जबरदस्त कैच लेकर मैच का अंजाम तय कर दिया.

टीम इंडिया ने इस मैच के लिए दीपक चाहर को वापस बुलाया, जबकि आवेश खान को सीरीज में पहली बार मौका दिया गया. चाहर ने वापसी पर एक बार फिर तीसरे ही ओवर में विकेट हासिल कर अच्छी शुरुआत दिलाई. हालांकि, पहले दो मैचों से अलग जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने इस बार शुरुआती ओवरों से ही आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया. बांग्लादेश के खिलाफ पिछली सीरीज में भी जिम्बाब्वे ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी बल्लेबाजी की थी और इसमें सिकंदर रजा ने अहम भूमिका निभाई थी. इस बार भी वही हुआ.

शॉन विलियम्स एक बार फिर अच्छी पारी खेलते हुए टीम को तेजी से आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन 45 के स्कोर पर वह आउट हो गए. इसके बाद धीरे-धीरे टीम के विकेट गिरने लगे और 145 रन तक 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे. सिकंदर रजा ये सब देख रहे थे, लेकिन खुद जमे थे. ऐसे में उन्हें साथ मिला ब्रैड इवान्स का, जो पहले ही 5 विकेट लेकर भारत को परेशान कर चुके थे. दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 104 रनों की शानदार साझेदारी की. इस दौरान सिकंदर ने सिर्फ 88 गेंदों में अपना छठा वनडे शतक पूरा किया.

जिम्बाब्वे को 13 गेंदों में 17 रनों की जरूरत थी, लेकिन आवेश खान ने इवान्स को LBW आउट कर दिया. फिर अगले ही ओवर में गिल ने लॉन्ग ऑन पर आगे की ओर लंबी डाइव लगाकर सिकंदर रजा का शानदार कैच लिया और जिम्बाब्वे की उम्मीदों को तोड़ दिया. भारत की ओर से आवेश खान ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए.

हरारे स्पोर्ट्स क्लब में इस साल आखिरी बार भिड़ने उतरी भारत और जिम्बाब्वे की टीमों के बीच में इस बार जोरदार टक्कर दिखी. टीम इंडिया के कप्तान केएल राहुल ने एक बार फिर टॉस जीता लेकिन इस बार बल्लेबाजी में ज्यादा वक्त हासिल करने के लिए पहले बैटिंग का फैसला किया. हालांकि, निजी तौर पर वह खुद इसका फायदा नहीं उठा सके और शुरुआत हासिल करने के बावजूद 30 रन ही बना सके. शिखर धवन भी धीमी शुरुआत के बाद आउट हो गए.

भारतीय टीम को ऐसी स्थिति में संभाला शुभमन गिल ने. वेस्टइंडीज दौरे से ही लगातार रन बटोर रहे गिल ने एक बार फिर यही किया. उन्होंने पहले टीम इंडिया की पारी को रफ्तार दी और फिर रनों की बौछार की. गिल ने इस दौरान इशान किशन के साथ 140 रनों की साझेदारी की, जिन्होंने खुद अर्धशतक जमाया.

वेस्टइंडीज में सिर्फ 2 रन से शतक से चूकने वाले गिल इस बार ये रुकावट पार करने में सफल रहे. 23 साल के गिल ने सिर्फ 82 गेंदों में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक पूरा किया.