टीम इंस्टेंटखबर
यूपी समेत कई राज्यों के चुनाव सर पर हैं और पेट्रोल-डीज़ल के दाम एक बड़ा मुद्दा हैं, सरकार ने उत्पाद शुल्क चुनाव के चलते थोड़ी कमी की है लेकिन कच्चे तेल के दाम ऊंचे स्तर पर बने होने के कारण कीमत अभी भी 100 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है. इस बीच तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी से साफ़ इनकार कर दिया है. ऐसे में भारत क्रूड ऑयल की कीमतों में कमी लाने के लिए रणनीतिक तेल भंडार से 50 लाख बैरल कच्चा तेल निकालने की तैयारी कर रहा है.

भारत ने स्ट्रैटजिक पेट्रोलियम रिजर्व से 50 लाख बैरल तेल जारी करने का फैसला किया है. अमेरिका, जापान, चीन, ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया ने भी ऐसा ही कदम उठाया है. अमेरिका ने 5 करोड़ बैरल क्रूड ऑयल रिलीज करने का निर्णय़ किया है.

भारत ने अमेरिका, चीन और अन्य दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ बाजार में ज्यादा कच्चा तेल लाने पर काम कर रहा है. अगले 7-10 दिन में यह कवायद शुरू हो जाएगी. भारत के रणनीतिक भंडार से निकाले जाने वाले कच्चे तेल को मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) को बेचा जाएगा. ये दोनों सरकारी तेल रिफाइनरी यूनिट रणनीतिक तेल भंडार से पाइपलाइन के जरिये जुड़ी हुई हैं.

अधिकारी का कहना है कि आवश्यकता पड़ने पर भारत अपने रणनीतिक भंडार से और ज्यादा मात्रा में कच्चे तेल की निकासी का भी फैसला ले सकता है.