न्यूज़ डेस्क
टी 20 विश्व कप में भारत के बाहर होने से देश के पूर्व बल्लेबाज़ बहुत निराश हैं, महान गावस्कर ने तो यहाँ तक कहा दिया कि, ‘‘जब भी भारत का सामना मजबूत टीम से हुआ जिसके पास अच्छे गेंदबाज हैं, तो वह रन नहीं बना सकता। इसमें बदलाव की जरूरत है।’’

सुनील गावस्कर ने भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण के दावों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की गेंदबाजी थी, जिसके कारण मेन इन ब्लू की हार हुई। गावस्कर ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत के पास पर्याप्त रन नहीं थे जिससे ओस के लाभ की भरपाई हो सके।

टूर्नामेंट से भारत के बाहर होने के बाद, भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने रविवार को टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के कारणों में टॉस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि जिसने भी इसे जीता उसे टूर्नामेंट के दौरान विपक्षी टीम पर ‘अनुचित लाभ’ मिला।

भारत सुपर 12 के पहले दो मैचों में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारने के कारण सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया। गावस्कर ने एक प्रोग्राम में कहा, ‘‘जिस तरह से पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने हमारे बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया, उन्हें खुलकर नहीं खेलने दिया, यही मुख्य कारण था कि भारत आगे नहीं बढ़ पाया।

उन्होंने कहा, ‘‘बाद में बल्लेबाजी करने का फायदा था लेकिन अगर आपने 180 रन बनाये होते तो गेंदबाजों को अतिरिक्त 20-30 रन बचाव के लिये मिलते। जब आप 111 (न्यूजीलैंड के खिलाफ) बना रहे हैं तो ओस मायने नहीं रखती। हमने रन नहीं बनाये और यही मुख्य कारण है, और कुछ नहीं।’’ गावस्कर टीम में आमूलचूल बदलाव के पक्ष में नहीं हैं और उन्होंने टीम से पावरप्ले के ओवरों में अपना रवैया बदलने के लिये कहा।

उन्होंने कहा, “आपको अपना रवैया बदलने की जरूरत है, जैसे पावरप्ले ओवरों का लाभ उठाना जैसा कि भारत पिछले कुछ विश्व कप में नहीं कर पाया।’’ गावस्कर ने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि पहले छह ओवरों में केवल दो क्षेत्ररक्षक 30 गज के दायरे के बाहर होते है, भारत ने आईसीसी के पिछले कुछ टूर्नामेंटों में इसका फायदा नहीं उठाया।’’