स्पोर्ट्स डेस्क
उम्मीद के मुताबिक भारत ने न्यूजीलैंड को मुंबई टेस्ट में चौथे दिन सिर्फ 11.3 ओवरों शेष पांच विकेट चटकाकर रनों के हिसाब से अपनी अबतक की सबसे बड़ी जीत हासिल की. साथ ही 2 टेस्ट मैच की सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली.

भारत ने मुंबई टेस्ट जीतने के लिए न्यूजीलैंड के सामने 540 रन का लक्ष्य रखा था, जिससे न्यूजीलैंड पार नहीं पा सकी और 167 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. ये टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा थी. टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे एडिशन में यह भारत की पहली घरेलू सीरीज थी. उसने इंग्लैंड दौरे से इस एडिशन की शुरुआत की थी.

न्यूजीलैंड का 1956 से अब तक भारत का ये 12वां दौरा था. इस दौरे को मिलाकर उसने भारत में 37 टेस्ट खेले जिसमें केवल दो टेस्ट ही कीवी टीम जीत सकी है, जबकि 15 में मुंह की खाई है. इससे साफ है कि भारत में उसका रिकॉर्ड कितना खराब है. न्यूजीलैंड ने आखिरी बार 1988 में टीम इंडिया को उसके घर में हराया था. न्यूजीलैंड ने भारत में कभी टेस्ट सीरीज भी नहीं जीती है. और, पिछले 65 सालों से जारी उसका ये इंतजार इस बार भी बरकरार रहा है.

भारत ने पहली पारी में 325 रन बनाए थे. जवाव में न्यूजीलैंड की टीम 62 रन पर ही पहली इनिंग में ढेर हो गई. इसके बाद भारत ने अपनी दूसरी पारी 7 विकेट पर 276 रन बनाकर घोषित की और न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 540 रन का लक्ष्य रखा. लेकिन वानखेडे की पिच पर न्यूजीलैंड की दूसरी पारी भी निराशाजनक रही. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने 5 विकेट पर 140 रन बना लिए थे.

चौथे दिन न्यूजीलैंड ने इसी स्कोर से आगे खेलना शुरू किया. लेकिन सिर्फ 45 मिनट में ही उसके बाकी बचे 5 बल्लेबाज भी पवेलियन लौट गए और मैच भारत की झोली में गिर गया. इस तरह टीम इंडिया ने ना सिर्फ इस मैच पर बल्कि सीरीज पर भी कब्जा जमा लिया. ये भारत की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले उसने साउथ अफ्रीका को 337 रन से हराया था.