कोरोना से मौतों के मामले में सातवें नंबर पर पहुंचा भारत

तौक़ीर सिद्दीक़ी

तौक़ीर सिद्दीक़ी

देश और दुनिया में कोरोना की महामारी अपना विकराल रूप धारण किये हुए है| कोरोना संक्रमितों की संख्या में जहां रोज़ाना लाखों का इज़ाफ़ा हो रहा है वहीँ कोरोना से होने वाली मौतों की रफ़्तार भी जारी है| अमरीका और ब्राज़ील पहले से कोरोना से होने वाली मौतों के मामले में काफी आगे, मगर अब मेक्सिको और भारत जैसे देशों का डेथ ग्राफ तेज़ी से बढ़ रहा है|

बात करते हैं यहाँ भारत की जहां कोरोना बेलगाम (uncontrolable) होता जा रहा है, रोज़ाना 40 हज़ार से ज़्यादा नए केस मिल रहे हैं, मौतों का आंकड़ा भी लगातार पांच सौ के ऊपर चल रहा है और यह आंकड़ा अब 600 के पार पहुंच गया है | बीते 31 मई 2020 को भारत में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा 5408 था जो 20 जुलाई को 28099 पहुँच गया, मतलब रोज़ाना 400 सौ से ज़्यादा मौतें| अगर बात सिर्फ जुलाई की की जाय तो हालात और बुरे हो जाते हैं| जुलाई महीने के पहले बीस दिनों देश में कोरोना से 10689 लोगों की मौत हुई यानी प्रतिदिन 500 सी ज़्यादा मौतें|

पहले सरकार दावे कर रही थी कि कोरोना के मामले में भारत दूसरे देशों से बहुत बेहतर है| जब देश में अनलॉक1 के बाद कोरोना के मामले तेज़ी भागने लगे तो कहा जाने लगा कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर काफ़ी कम है| मगर अब लगता है कि सरकार का यह तर्क भी बेकार साबित होने वाला है| भले ही भारत में अमेरिका और ब्राज़ील की तरह मौतों की संख्या काफी कम है मगर सर्वाधिक मौतों वाले देशों की सूची में भारत आज सातवें नंबर पर पहुँच गया है, आज उसने उस देश (Spain) को पीछे छोड़ा जो कभी नंबर दो पर था| भारत में कोरोना से होने वाली मौतों की यही रफ़्तार रही तो बहुत जल्द वह पांचवीं पायदान पर खड़ा दिखेगा | अगर विशेषज्ञों के डरावने आंकड़ों पर भरोसा करें तो यह कहना मुश्किल होगा कि भारत कहाँ पर खड़ा होगा|

हालाँकि पूरे विश्व में कोरोना वैक्सीन को लेकर परीक्षण किये जा रहे हैं और अब उन परीक्षणों की सफलता के दावे भी होने लगे हैं लेकिन इन दावों में कितना ज़ोर है इसको लेकर अनुसंधानकर्ता भी निश्चित नहीं हैं | अपवाद स्वरुप भारत को छोड़कर लगभग सभी देश वर्ष के अंत या अगले वर्ष के आरम्भ में कोरोना वैक्सीन के आने बात कह रहे हैं | भारत ही अकेला देश है जिसने कोरोना वैक्सीन के लिए अनुसन्धाकर्ताओं को 15 अगस्त 2020 की समयरेखा दे रखी है| ICMR ने 21 जुलाई को फिर दोहराया है कि 15 अगस्त तक ICMR और BharatBiotek कंपनी COVIDー19 के क्लिनिकल ट्रायल को ख़त्म कर लेगा और वैक्सीन लॉन्च कर सकता है| भगवान् करे ऐसा हो जाय और कोरोना की दवा मिल जाय|