अयोध्या: अयोध्या में रामजन्मभूमि के लिए ज़मीन खरीद मामले में करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर रामजन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने ट्रस्ट पर लग रहे आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया।

चम्पत राय ने कहा कि वह इन आरोपों की परवाह नहीं करते. उन्होंने कहा, ‘हम पर आरोप लगते ही रहते हैं. 100 साल से आरोप ही देख रहे हैं हम लोग. हम पर महात्मा गांधी की हत्या के आरोप लगे. आरोप की हम चिंता नहीं करते, आप भी चिंता मत करिए. आप खूब लगाइए. आप अपना काम करिए, हम अपना काम करेंगे.’

जब पत्रकारों ने उन्हें ज़्यादा घेरा तो उन्होंने कहा कि वह आरोपों की स्टडी करेंगे, पत्रकारों के सवालों से बचते हुए उन्होंने कहा कि आप लोगों को मीटिंग के बारे में कुछ पूछना हो तो पूछिए वरना मैं जाता हूँ.

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने अयोध्या में और आम आदमी पार्टी ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने, जो जमीन कुछ समय पहले सिर्फ दो करोड़ रुपये में बिकी थी, उसी जमीन को कुछ वक्त बाद 18.5 करोड़ रुपये में खरीद कर बड़ा घपला किया है.

जिन भगवान राम के नाम पर आदर्श राज्य व्यवस्था को राम राज्य का नाम दिया, उसी भगवान का मंदिर बनाने में घोटालों के आरोप हैं. समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने अयोध्या में मीडिया के सामने रजिस्ट्री के दस्तावेज पेश कर आरोप लगाया कि रामजन्मभूमि की जमीन से लगी एक जमीन पुजारी हरीश पाठक और उनकी पत्नी ने 18 मार्च की शाम सुल्तान अंसारी और रवि मोहन को दो करोड़ में बेची थी.

खिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे पवन पांडेय ने कहा, ‘मैं भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा हूं. ऐसी कौन सी वजह थी. उस जमीन ने 10 मिनट के अंदर कौन सा सोना उगल दिया कि जिस जमीन का बैनामा दो करोड़ में हुआ था, 10 मिनट बाद वह जमीन 18.5 करोड़ रुपये की हो गई.’

यही आरोप उसी वक्त आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए. उन्होंने कहा कि 5 मिनट में जमीन 16.5 करोड़ रुपये महंगी हो गई, जो विश्व रिकॉर्ड है.