रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच: समाजवादी पार्टी की महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने हाथरस में दलित युवती से दरिन्दगी को लेकर बहराइच में आज कैन्डल मार्च निकाला और शहीद उद्यान पार्क पर हाथरस में दरिन्दगी के प्रकरण मे दिवंगत दलित युवती को श्रद्धांजलि अर्पित की। सपा महिला कार्यकर्ताओ ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री योगी से यदि प्रदेश की सत्ता संभाली नही जा रही हो तो इस्तीफा देकर मन्दिर मे पूजा-पाठ करें।
सपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष नसीबुन्निसां के नेतृत्व में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ ने कैन्डल मार्च निकाला और नगर पुलिस ने नगर पालिका परिषद के सामने महिला कार्यकर्ताओ की घेराबन्दी कर उनको रोकने का प्रयास किया पर जुलूस पुलिस की घेराबन्दी को तोड़कर शहीद उद्यान पार्क पहुंचा और महिला कार्यकर्ताओ ने कैन्डल लगाकर दरिन्दगी की शिकार दिवंगत मनीषा बाल्मीकि को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख इरम शब्बीर ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा पूरी तरह खोखला साबित हो गया है| जब बेटी ही नही बचेगी तो इस भाजपाई नारे का औचित्य क्या। उन्होंने दरिन्दो को सरेआम फांसी देने की मांग की और ऐसे अक्षम्य अपराधियों के विरूद्ध मुकदमें को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की ताकि दलित बेटी को न्याय मिल सके।
सपा महिला मोर्चा की निशा शर्मा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओ से जुड़े अपराधो में व्यापक वृद्धि हुई है और हाथरस की दिल दहलाने वाली घटना योगी सरकार पर बदनुमा दाग है। मुख्यमंत्री योगी से शासन सत्ता नही संभलती तो इस्तीफा देकर मन्दिर जाकर पूजा-पाठ करें।
कैन्डल मार्च में सपा महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष सुमन शर्मा, सिमरन कौर, सुधा यादव, भावना यादव समेत बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता मौजूद रही। महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं की श्रद्धांजलि सभा में पूर्व विधायक शब्बीर अहमद बाल्मीकि भी मौजूद रहे।
मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…
बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…
मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…
-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…
(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…