नई दिल्ली: भारत के मोहम्मद हुसामुद्दीन दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 56 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में मंगलवार को मौजूदा विश्व चैम्पियन उजबेकिस्तान के मिराजिजबेक मिर्जाहालीलोव के हाथों हार गए।

पहले दौर में हुसामुद्दीन ने 56 किलो ग्राम भार वर्ग में कजाकिस्तान के मखमुद सेबिर्क को एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराया था लेकिन वह क्वार्टर फाइनल में टाप सीड की चुनौती के आगे नहीं टिक सके और 1-4 के स्पिलिट निर्णय से मुकाबला गंवाकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।

दुबई में जारी एशिया की इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप की मेजबानी बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है।

हुसामुद्दीन के अलावा आज की रात, पांच अन्य भारतीय मुक्केबाज इस प्रतिष्ठित आयोजन के क्वार्टर फाइनल में भाग लेंगे, जिसमें भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों की उपस्थिति देखी जा रही है।

अब आज जिन मुक्केबाजों की बारी है, उनमें पहले दौर में शानदार जीत हासिल करने वाले शिवा थापा (64 किग्रा) के अलावा महिला मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा) और पुरुष मुक्केबाज संजीत (91 किग्रा) शामिल हैं। ये सभी अपने-अपने वर्ग में देश के लिए पदक पक्का करने की कोशिश करेंगे।

टूर्नामेंट का तीसरा दिन भारत के लिए काफी अहम होगा क्योंकि इस दिन जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट हासिल कर चुके पुरुष मुक्केबाज अमित पंघल, विकास कृष्ण और आशीष कुमार क्वार्टर फाइनल में खेलते हुए अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।

विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुके गत चैंपियन पंघल को 52 किलो ग्राम भार वर्ग के मुकाबले में मंगोलिया के खरखू एनखमंदाख से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। दोनों मुक्केबाज जब पिछले साल जॉर्डन के अम्मान में आयोजित एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में भिड़े थे, तब मंगोलियाई मुक्केबाज ने पंघल को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन अंततः पंघल मैच जीतने में सफल रहे थे। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्ण 69 किग्रा भार वर्ग में ईरान के मोसलेम मालामिर से भिड़ेंगे।

इसी तरह आशीष कुमार (75 किग्रा), जिन्होंने इवेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक जीतने में सफलता पाई थी और नरेंद्र (+91 किग्रा) भी कजाकिस्तान के शक्तिशाली विरोधियों के खिलाफ रिंग में होंगे।

आशीष को जहां विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता अबिलखान अमानकुल का सामना करना है वहीं नरेंद्र विश्व चैंपियनशिप में दो बार रजत पदक जीत चुके कामशीबेक कुंकाबायेव के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। खास बात यह है क कुंकाबायेव एशियाई चैंपियनशिप में अपने लगातार तीसरे पदक का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।

मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन पंजाब के मुक्केबाज वरिंदर सिंह (60 किग्रा) अन्य भारतीय मुक्केबाज हैं, जो तीसरे दिन देश के लिए पदक पक्का करने की कोशिश करेंगे क्योंकि वह लाइटवेट कटेगरी के अंतिम -8 मुकाबले में फिलीपींस के जेरे क्रूज़ से भिड़ेंगे और अगर वह यह मैच जीत गए तो अपने लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लेंगे।

शुरुआत में इस टूर्नामेंट में 27 से अधिक देशों की भागीदारी की उम्मीद थी। हाल ही में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण, हालांकि कुछ देश इसमें भाग नहीं ले सके।

इस आयोजन में अब भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाज अपनी श्रेष्ठता साबित करने का प्रयास करेंगे।

2019 में बैंकॉक में आयोजित चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में, भारतीय टीम ने दो स्वर्ण सहित 13 पदक जीतते हुए अभूतपूर्व सफलता हासिल की थी।