स्पोर्ट्स डेस्क
पाकिस्तान ने हॉन्ग कॉन्ग को अपने आखिरी मुकाबले में बुरी तरह हराकर एशिया कप के सुपर फोर में अपनी जगह बनाई . मोहम्मद रिजवान, खुशदिल शाह और शादाब खान के दमदार प्रदर्शन की मदद से पाकिस्तान ने हॉन्ग कॉन्ग को 155 रनों के बड़े अंतर से हराया. पाकिस्तान के 193 रनों के स्कोर के सामने हॉन्ग कॉन्ग की टीम सिर्फ 38 रनों पर ढेर हो गई.

पाकिस्तान शुरू से ही इस मैच में जीत का दावेदार था और पूर्व चैंपियन ने इसे सही साबित भी किया. पाकिस्तान ने पहले बल्ले से बड़ा स्कोर खड़ा किया और फिर पेसरों-स्पिनरों के बराबर सहयोग से अनुभवहीन हॉन्ग कॉन्ग को बेहद छोटे स्कोर पर निपटा दिया. ये टी20 में पाकिस्तान की सबसे बड़ी जीत भी है.

पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन लगातार दूसरे मैच में टीम के कप्तान बाबर आजम फेल रहे. भारत के खिलाफ सिर्फ 10 रन बनाने वाले बाबर इस बार 9 रन बनाकर तीसरे ओवर में ही पवेलियन लौट गए. उन्हें ऑफ स्पिनर एहसान खान ने अपनी ही गेंद पर कैच किया. एहसान ने दूसरी बार बाबर का विकेट हासिल किया. यहां से रिजवान और फखर जमां ने पारी को संभाला.

दोनों ने धीमी शुरुआत के बाद रनों की रफ्तार को बढ़ाया और दूसरे विकेट के लिए 80 गेंदों में 116 रनों की साझेदारी की.इस दौरान पहले रिजवान ने 43 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर फखर ने 38 गेंदों में पचास का आंकड़ा पार किया.

एहसान ने ही फखर का विकेट भी हासिल किया, जो 53 रन बनाकर पवेलियन लौटे. इसके बाद रिजवान ने कुछ बाउंड्रियां बटोरीं, लेकिन पाकिस्तानी पारी को अंजाम तक पहुंचाया खुशदिल शाह ने. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने सिर्फ 15 गेंदों में ताबड़तोड़ 35 रन कूट दिए, जिसमें 5 छक्के आए. इसमें भी लगातार चार छक्के खुशदिल ने पारी की आखिरी चार गेंदों में ठोके.

इसके जवाब में हॉन्ग कॉन्ग की पारी कभी भी सही से शुरू ही नहीं हो सकी और लगातार विकेट गिरते रहे. ओपनरों ने पहले दो ओवरों में 16 रन जोड़े, लेकिन तीसरे ओवर से विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. नसीम शाह ने विकेट गिराने का आगाज किया, जिसके बाद शादाब खान और मोहम्मद नवाज की स्पिन जोड़ी ने पूरी पारी को ढेर कर दिया. शादाब ने सिर्फ 2.4 ओवरों में 8 रन खर्चते हुए 4 विकेट चटकाए, जबकि मोहम्मद नवाज ने 2 ओवर में 5 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. हॉन्ग कॉन्ग का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका और सबसे ज्यादा 10 रन अतिरिक्त के रूप में आए. सिर्फ 10.4 ओवरों मे हॉन्ग कॉन्ग 38 रनों पर ढेर हो गई.