अदनान
हेडिंग्ले में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट श्रंखला के तीसरे टेस्ट के पहले दिन स्टार बल्लेबाज़ों से सजी भारतीय टीम मात्र 78 रनों पर ढेर हो गयी. पहले ओवर से विकेट गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह 41वें ओवर में ख़त्म हुआ.

विराट कोहली ने काफी अर्से बाद टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया जो पूरी तरह ग़लत साबित हुआ और पहले ही ओवर से विकटों की पतझड़ शुरू हो गयी जो चाय के समय से पहले ही ख़त्म हो गयी यानी भारतीय बल्लेबाज़ दो सेशन भी बल्लेबाज़ी नहीं कर सके.

लंच के बाद एक बार ऋषभ पंत क्या आउट हुए, मानों बल्लेबाजों में आउट होने की होड़ सी लग गयी. और चंद ही मिनटों के भीतर एंडरसन, ओवर्टन, सैम कुरेन और रॉबिंसन की चौकड़ी ने भारत को उसकी पहली पारी में 40.4 ओवरों 78 रन पर ही ऑलआउट कर दिया. भारत के लिए दहाई का आंकड़ा छूने वाले रोहित शर्मा (19) और अजिंक्य रहाणे (18) रहे. एंडरसन और ओवर्टन ने तीन-तीन, जबकि रॉबिंसन और कुरेन ने दो-दो खिलाड़ियों को आउट किा. लंच के समय भारत 56 रन पर 4 विकेट गंवाकर मुसीबत में जकड़ा हुआ था. चौथे विकेट के रूप में रॉबिंसन ने जैसे ही रहाणे को विकेट के पीछे बटलर के हाथों लपकवाया, वैसे ही अंपायरों ने लंच की घोषणा कर दी और इसी के साथ ही पहला सेशन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अपनी टीम के नाम कर दिया.

इससे पहले भारत की शुरुआत बहुत ही खराब रही और तीनों ही बल्लेबाज दहाई का भी आंकड़ा नहीं छू सके और तीनों ही नहीं, बल्कि आउट होने वाले चारों बल्लेबाज विकेट के पीछे बटलर के हाथों लपके गए. पिछले टेस्ट के शतकवीर केएल राहुल एंडरसन के पहले ही ओवर में बिना खाता खोले आउट हो गए. अच्छी तरह जमने से पहले ही थोड़ी दूर की गेंद पर ड्राइव करने की कोशिश में राहुल विकेट के पीछे लपके गए, तो थोड़ी ही देर बाद एंडरसन ने पुजारा को भी विकेट के पीछे बटलर के हाथों लपकवा दिया. उम्मीद थी यहां से अजिंक्य रहाणे और रोहित कोई नुकसान नहीं होने देंगे, लेकिन रॉबिंसन ने रहाणे को पवेलियन भेज ही दिया.