सीतापुर: एचडीएफसी बैंक ने सीतापुर जिला प्रशासन के सहयोग से लॉकडाऊन की अवधि में ग्राहकों की सहायता के लिए मोबाईल ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) की स्थापना की । अखिलेश तिवारी, जिला मजिस्ट्रेट, सीतापुर सिटी व क्लस्टर प्रमुखों एचडीएफसी बैंक सीतापुर द्वारा मोबाइल एटीएम शुरू किया गया । मोबाईल एटीएम स्थापित हो जाने के बाद कैश निकालने के लिए सोसायटी के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सीतापुर शहर से पहले बैंक ने मुंबई, नई दिल्ली, इलाहाबाद, कोयम्बटूर, चंडीगढ़, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, भुवनेश्वर, अहमदाबाद, बेंगलुरु, गुवाहाटी जयपुर रांची इंदौर, हरिद्वार, लखनऊ कोच्चि और वाराणसी में मोबाईल एटीएम स्थापित किए हैं।

सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक काम करेगी मोबाईल एटीएम की सुविधा
मोबाइल एटीएम एक निश्चित अवधि के लिए प्रत्येक स्थान पर परिचालन होगा । मोबाईल एटीएम रोज सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक 3 से 5 स्थानों को सेवाएं देगा। एटीएम की कतार में सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखते हुए सभी सावधानियों व सैनिटाईज़ेशन का पालन किया गया है, ताकि मोबाईल एटीएम के स्टाफ एवं यहां आने वाले ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

15 से अधिक प्रकार के कर सकते हैं लेनदेन
श्री अखिलेश रॉय, ब्रांच बैंकिंग हेड, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘इस मुश्किल समय हम हर किसी को ‘घर पर रहने’ व ‘सुरक्षित रहने’ में मदद करने के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं। हमारी मोबाईल एटीएम सुविधा हमारे ग्राहकों एवं आम जनता को आसानी से कैश निकालने व अन्य सेवाएं प्राप्त करने में मदद करेगी। ग्राहक मोबाइल एटीएम का उपयोग करके 15 से अधिक प्रकार के लेनदेन कर सकते हैं।

सभी के लिए मददगार होगी यह सेवा
सीतापुर के जिला मजिस्ट्रेट अखिलेश तिवारी ने कहा, “एचडीएफसी बैंक के साथ यह सहयोग, सीतापुर शहर के निवासियों के लिए हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप एक और कदम है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी महत्वपूर्ण और आवश्यक सेवाएं उनके घरों के निकट प्रदान की जाती हैं। । मोबाइल एटीएम उन लोगों के लिए एक बहुत बड़ा समर्थन होगा जो अपने पड़ोस की सुरक्षा से दूर रहने के बिना बुनियादी वित्तीय सेवाओं का लाभ उठाना चाहते हैं। यह सेवा सभी स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए भी बहुत मददगार होगी। महामारी से निपटने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। मैं एचडीएफसी बैंक के इस कदम का स्वागत करता हूं क्योंकि यह लॉकडाउन के बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अधिक प्रभावी कार्यान्वयन को सक्षम करेगा। “