टीम इंस्टेंटखबर
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि भाजपा की मनमानी और सत्ता के दुरूपयोग पर अंकुश लगाने के लिए समाजवादी पार्टी को जीत दिलाना लोकतंत्र को सशक्त बनाना और संविधान को बचाना है।

अखिलेश यादव ने कहा है कि आजमगढ़ के मतदाताओं ने सन् 2014 में नेताजी मुलायम सिंह यादव और सन् 2019 में स्वयं मुझे लोकसभा के लिए बहुमत से निर्वाचित किया था। इस उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर के भाई-बहन-बुजुर्गो से कहा है कि नफरत फैलाकर समाज को बांटने वाली ताकतों को सबक सिखाना है। साजिश कर सामाजिक सौहार्द और सद्भाव बिगाड़ने वाली भाजपा को हराना है।

भाजपा की डबल इंजन सरकार पांच साल बिना कोई काम किए सिर्फ समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताती रही और जब दुबारा सत्ता में आई तो सिर्फ बुलडोजर की धमक से ही अपना कार्यकाल पूरा करना चाहती है। भाजपा सरकार ने दो ही सौगातें दी हैं महंगाई और भ्रष्टाचार। हर तरफ अराजकता और अव्यवस्था का बोलबाला है। बेकारी और सरकारी अन्याय भी भाजपा की ही देन है।

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में विकास की सभी गतिविधियां अवरूद्ध हैं। अनावश्यक मुद्दों को लेकर भाजपा कलही राजनीति करने की रणनीति पर सरकार और जनता का समय बर्बाद कर रही है। राजकोष की लूट हो रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा को भाजपा सरकार ने बदहाल किया है। बिजली की आवाजाही से गर्मियों के इन दिनों में जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। भाजपा राज में लोगों को महंगी बिजली और अघोषित कटौती ही मिल रही है।

किसानों और नौजवानों को भाजपा से धोखा मिला है। किसानों की फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) पर नहीं खरीदा गया और न ही नौजवानों को रोजगार मिला। किसानों की फसल पूंजीघरानों की पांच कम्पनियों ने खरीद लिया। केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनकारी 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो गई पर भाजपा सरकार नहीं पसीजी। न उन्हें कोई मुआवजा दिया गया। किसानों की आय सन् 2022 में दोगुनी करने का वादा पूरा नहीं हुआ। नौकरियों में भर्ती पर घोटाला ही हो रहा है। 70 लाख सालाना नौकरी का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने 4 लाख नौकरी देने की घोषणा की पर कहां किसको नौकरी मिली यह विवरण देने से मुंह चुराती है। निवेश के नाम पर तमाम झूठे सपने दिखाए जाते हैं पर कहां नए उद्योग लगे और कितने रोजगार सृजित हुए इसका कोई ब्यौरा नहीं मिला है। युवाओं को लैपटॉप, स्मार्टफोन, वाईफाई कनेक्शन के वादे भी झूठे निकले।

उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। हत्या, लूट, बलात्कार के चलते अपराध में उत्तर प्रदेश नम्बर वन बन गया है। महिलाएं-बच्चियां सर्वाधिक असुरक्षित हैं। पुलिस थानों में पीड़ितों की सुनवाई नहीं, महिला सिपाही और सरकारी महिला अधिवक्ता तक दुष्कर्म की शिकार हुई हैं।

समाजवादी सरकार के पांच सालों में मुफ्त सिंचाई, समाजवादी पेंशन, बड़े पैमाने पर नौकरियों में भर्ती, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, मेट्रो रेल, इकाना स्टेडियम, जेपी इंटरनेशल सेंटर, लैपटॉप वितरण, गम्भीर बीमारियों का मुफ्त इलाज, 108 और 102 नम्बर एम्बूलेंस सेवा, मेडिकल कालेजों की स्थापना, कैंसर अस्पताल की स्थापना, गोमती रिवरफ्रंट आदि तमाम सुविधाए जनता को मिली थी। महिला सम्बन्धित अपराध नियंत्रण के लिए 1090 और यूपी डायल 100 नम्बर की व्यवस्था की गई थी।