नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीर स्थिति के मद्देनजर सोमवार को कहा कि विभिन्न प्रदेशों में मौजूद हज भवनों का इस्तेमाल अस्थायी ‘कोरोना केयर सेंटर’ के तौर पर किया जाएगा. उन्होंने राज्य हज समितियों को यह निर्देश भी दिया है कि कोरेना के खिलाफ लड़ाई में वे राज्य सरकारों और स्थायी प्रशासन का पूरा सहयोग करें.

बनेंगे कोरोना केयर सेंटर
नकवी ने ट्वीट किया, ‘‘राज्य हज समितियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने राज्य में स्थित हज भवनों को अस्थायी “कोरोना केयर सेंटर” के रूप में इस्तेमाल करने और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की सेहत-सलामती के लिए राज्य सरकारों/प्रशासन का भरपूर सहयोग करें.’’ इस संदर्भ में भारतीय हज समिति की ओर से परिपत्र भी जारी किया गया है.

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का फैसला
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के मुताबिक, गुजरात के अहमदाबाद, कर्नाटक के बेंगलुरु, दिल्ली, तेलंगाना के हैदराबाद, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, मध्य प्रदेश के भोपाल, उत्तर प्रदेश के लखनऊ और गाजियाबाद, महाराष्ट्र के नागपुर, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, तमिलनाडु के चेन्नई, राजस्थान के जयपुर, बिहार के पटना, झारखंड के रांची और त्रिपुरा के अगरतला स्थित हज भवनों को ‘कोरोना केयर सेंटर’ के तौर पर उपयोग में लाने का फैसला हुआ है.