दिल्ली:
गुजरात में विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी को गुजरात में बड़ा झटका लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बेहद ख़ास पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता जयनारायण व्यास ने विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार को निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. जब केशुभाई पटेल और नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब जयनारायण व्यास दोनों की सरकरों में मंत्री थे, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया और तभी से वह नाराज चल रहे थे. इस विधानसभा चुनाव में उनको टिकट मिलने के आसार नहीं थे.

इस बीच, कांग्रेस की गुजरात इकाई के एक नेता ने कहा कि जयनारायण व्यास (75) के उनकी पार्टी में शामिल होने की संभावना है. हालांकि, जयनारायण व्यास ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि जयनारायण व्यास ने हाल में पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी. भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी आर पाटिल को सौंपे इस्तीफे में व्यास ने कहा है, मैं पार्टी की विचारधारा के अनुसार पिछले तीन दशकों से सक्रिय रूप से बीजेपी की सेवा कर रहा था. मैं आज निजी कारणों से पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.

जयनारायण व्यास ने पिछले हफ्ते अहमदाबाद में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी, जो गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं. कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा, राज्य में बीजेपी को संगठित करने में मदद करने वाले व्यास को पार्टी ने नजरअंदाज किया है. उन्होंने हाल में सोनिया गांधी, अशोक गहलोत और गुजरात में पार्टी मामलों के प्रभारी रघु शर्मा से मुलाकात की थी.