गांधीनगर: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने शनिवार को कहा ” सीखना एक सतत प्रक्रिया है जिसके दोहन,खोज और एडवेंचर का कोई छोर नहीं है। एक विद्यार्थी कभी भी वास्तव में ज्ञान प्राप्त करना बंद नहीं करता है।”

मुकेश अंबानी ने आज पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में वर्चुअल संबोधन में कहा, “मेरा आपको यह संदेश है और मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को आपके लिये दोहरा रहा हूं। जीवन के लिये सीखो, जीवन के जरिये सीखो और जीवनभर गुनते रहो। भारत का भविष्य आपके लिये और सभी भारतवासियों के लिये बहुत उज्ज्वल है।”

एशिया के सबसे अमीर ने कहा कि सरकार के साहसिक सुधारों से आने वाले वर्षों में तेजी से आर्थिक पुनरुद्धार होगा और तीव्र प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि भारत का प्राचीन इतिहास रहा है कि पहले भी कई प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना किया है और हर बार पहले से अधिक मजबूत होकर उभरा है, क्योंकि लचीलापन लोगों और संस्कृति में गहराई से निहित है।

उन्होंने कहा कि देश को आर्थिक महाशक्ति बनने के साथ ही स्वच्छ और हरित ऊर्जा की महाशक्ति बनने के दोहरे लक्ष्य को एक साथ प्राप्त करने की आवश्यकता भी है।