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लोकसभा में आज केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भारत में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का बचाव करते हुए कहा कि अन्य देशों की अपेक्षा भारत में सिर्फ 10 फीसदी ही तेल की कीमतों में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि अमेरिका में तेल की कीमतों में 51 फीसदी बढ़ोतरी की गई है. इसके अलावा, कनाडा में 52 फीसदी, जर्मनी में 55 फीसदी, ब्रिटेन में 55 फीसदी और स्पेन में 58 फीसदी का इजाफा हुआ है.

गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. बीते दो सप्ताह में कीमतों में कुल 9.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा चुकी है. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 104.61 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 95.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें विधानसभाओं के चुनाव के चलते करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रहीं लेकिन चुनाव ख़त्म होने के बाद 22 मार्च से आजतक13वीं बार कीमतों में वृद्धि की गई है. बीतो दो सप्ताह में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुल 9.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.

तेल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ‘प्रधानमंत्री जनधन लूट योजना’ है. उन्होंने मोटरसाइिकल, कार, ट्रैक्टर और ट्रक के पेट्रोल टैंक फुल कराने की मौजूदा कीमत की तुलना 2014 के समय की कीमत से करते हुए एक ग्राफ भी ट्विटर पर साझा किया. राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जनधन लूट योजना.’