लखनऊ
भाकपा (माले) ने कहा है कि कोरोना से हुई मौतों की संख्या को लेकर मोदी सरकार बेनकाब हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय यह आंकड़ा पांच लाख के करीब बताता रहा है, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) ने दुनिया भर में कोविड-19 से हुई मौतों का आंकड़ा जारी कर भारत में यह संख्या 47 लाख बताई है जो केंद्र सरकार के आधिकारिक आंकड़ों का लगभग 10 गुना है।

पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि माले ने कोरोना की दूसरी लहर में मौतों की संख्या पता लगाने के लिए 2021 में अपने स्तर से एक सर्वे बिहार में किया। इसके आंकड़े चौकाने वाले मिले। बिहार सरकार द्वारा कोरोना से मौतों के जो आधिकारिक आंकड़े बताए गए, सर्वे में पाया गया कि उसके करीब बीस से पच्चीस गुना ज्यादा मौतें हुईं थीं। पार्टी ने सही आंकड़े जारी भी किये थे।

कामरेड सुधाकर ने कहा कि केंद्र सरकार भी कोविड-19 से हुई मौतों के सही आंकड़े छुपा रही है, ताकि सरकार की विफलता पर पर्दा पड़ा रहे, कोविड की दूसरी लहर से सफलतापूर्वक निपटने का सरकारी झूठ ही प्रचारित हो और मौतों का मुआवजा कम-से-कम देना पड़े।

माले नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को डब्ल्यू एच ओ के आंकड़ों को चुनौती देने के बजाय अपना रिकार्ड दुरुस्त कर सच्चाई के करीब लाना चाहिए और मृतकों के परिजनों को पूरा मुआवजा देना चाहिए, जो नागरिकों का हक है।