नई दिल्ली: सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना काल के देश से ऑक्सीजन का निर्यात दोगुना रहा है. यह जानकारी सरकारी आंकड़ों से ही मिली है. आज देश में कोरोना के बेतहाशा बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन की डिमाण्ड तेज़ी से बढ़ी है. ऑक्सीजन न मिलने के कारण कोरोना मरीज़ों के मरने की खबरें लगातार आ रही हैं, ऐसे में कांग्रेस ने ऑक्सीजन के बड़े पैमाने पर हो रहे निर्यात पर मोदी सरकार को निशाना बनाया है.

पहले निर्यात फिर आयात
मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि भारत सरकार के एम्पावर्ड ग्रूप द्वारा मार्च 2020 में ऑक्सीजन की कमी को लेकर चेताए जाने के बावजूद सरकार ऑक्सीजन विदेश भेजती रही. कांग्रेस प्रवक्ता ने फेसबुक पर इससे संबंधित एक ब्लॉग लिखा है, जिसके अनुसार मार्च 2020 में भारत सरकार के एम्पावर्ड ग्रूप ने ऑक्सीजन उपलब्ध करने के बारे चेताया था, बावजूद इसके मोदी सरकार ने अप्रैल 20-जनवरी 21 के बीच 9,294 मेट्रिक टन ऑक्सीजन विदेश निर्यात कर दी. अब 16 अप्रैल, 2021 को मोदी सरकार कह रही है कि वो 50,000 मेट्रिक टन ऑक्सीजन आयात करेंगे. उन्होंने सवाल उठाया कि जब अप्रैल 2021 में ऑक्सीजन आयात का ऑर्डर दे रहे थे तो फिर अप्रैल 2020-जनवरी 2021 के बीच लगभग 10,000 मेट्रिक टन ऑक्सीजन विदेश क्यों भेज रहे थे?

कब आएगी ऑक्सीजन
कांग्रेस नेता के ब्लॉग के जरिए सरकार से सवाल पूछा कि ये 50,000 मेट्रिक टन ऑक्सीजन कब आएगी और कब मिलेगी. उन्होंने कहा कि इसका कुछ अता पता नही. तब तक दम तोड़ते मरीज़ों और उनके परिवारों को क्या कहें? कि मोदी जी 18 घंटे मेहनत कर शायद 6 महीने में ऑक्सीजन मंगा देंगे, सांसे रोके रखें? सुरजेवाला के अनुसार सरकार ने PM CARE Fund से 21 अक्टूबर, 2020 को देश के 150 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का टेंडर जारी किया था लेकिन 6 महीने बाद तक उनका अता पता नही.

बस घोषणाएं ही घोषणाएं
उन्होंने कहा कि अब 6 अप्रैल, 2021 को 100 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने की नई घोषणा हो गई. जब तीसरी कोरोना वेव आएगी तो तीसरी घोषणा हो जाएगी. बकौल रणदीप सुरजेवाला, बस टेलिविज़न की सुर्ख़ियां देखिए और मोदी सरकार के गुणगान करिए कि क्या बढ़िया काम कर रहे हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 18 घंटे काम करने वाली देश की सरकार ने ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकर का इंतज़ाम ही नही किया है. न ही ऑक्सीजन ले जाने वाले जम्बो व डयूरा सिलेंडर उपलब्ध हैं. न ही 1 साल में अस्पतालों में ऑक्सीजन स्टोर करने की क्षमता बढ़ाई है.

मीडिया रिपोर्ट शेयर की
इसी के साथ उन्होंने मीडिया रिपोर्ट शेयर की है, जिसके अनुसार वित्त वर्ष 2021 में भारत ने 9300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन एक्पोर्ट की है.