गोरखपुर:
गोरखपुर का मनमोहक रामगढ़ ताल शहर का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण का केंद्र है। यह कई प्रवासी पक्षियों का घर भी है। हालांकि 25 से 31 मई तक शहर की प्राकृतिक जल झील खेल गतिविधियों से गुलजार रहेगी।

रोइंग प्रतियोगिता खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 उत्तर प्रदेश के तीसरे संस्करण में अपनी शुरुआत करेगी और वाटर स्पोर्ट्स अकादमी के चार-लेन दो किलोमीटर के कोर्स का घर, रामगढ़ ताल इसकी मेजबानी करेगा।

उत्तर प्रदेश सरकार के खेल और युवा कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव, आईएएस, श्री नवनीत सहगल ने कहा: “गोरखपुर ने पिछले 10 वर्षों में बड़े पैमाने पर परिवर्तन देखा है और अब केआईयूजी की रोइंग प्रतियोगिता जिसका सभी को बहुत लम्बे समय से इंतज़ार था की मेजबानी करने के लिए तैयार है। मैं पहले से ही शहर के सभी जगह उत्साह देख सकता हूं और लोगों को अपनी पसंदीदा टीम के लिए चीयर करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर एक अच्छा समय देने का वादा कर सकता हूं। टीमों को शानदार अनुभव देने और खेल और आयोजन की सुखद यादों के साथ वापस जाने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।

रोइंग प्रतियोगिता के निदेशक श्री सुधीर शर्मा ने कहा, “झील में जल क्रीड़ा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।” सप्ताह भर के एक्शन से भरपूर तैयार किए गए शेड्यूल के दौरान चार-लेन दो किलोमीटर का कोर्स यूनिवर्सिटी के टॉप एथलीट्स को रोइंग के एक्शन में देखेगा ।
सुधीर शर्मा के अनुसार, केआईयूजी के लिए ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी मीट के दौरान शीर्ष-आठ विश्वविद्यालयों के एथलीटों ने क्वालीफाई किया था और महिला वर्ग में 32 सहित 72 स्वर्ण पदकों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। सुधीर शर्मा की राय थी, “रोइंग प्रतियोगिता में हावी रहने वाला विश्वविद्यालय निश्चित रूप से खेलों के दौरान अपने पदकों की संख्या में वृद्धि करेगा।”

अमृतसर के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़), कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, (कुरुक्षेत्र), शिवाजी विश्वविद्यालय (कोल्हापुर), केरल विश्वविद्यालय और पंजाबी विश्वविद्यालय (पटियाला) कुछ ऐसे विश्वविद्यालय हैं जिनसे गोरखपुर के रामगढ़ ताल में सप्ताह भर चलने वाली रोइंग प्रतियोगिता के दौरान हलचल मचने की उम्मीद है। सुधीर शर्मा ने कहा, “केरल, गुरु नानक देव और पंजाब जैसे कुछ विश्वविद्यालय पुरुषों और महिलाओं के वर्ग में कई प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।”

जल क्रीड़ा प्रतियोगिता को खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शामिल करने का मुख उद्देश्य होनहार रोवर्स (नाविकों) को एक अच्छा मंच प्रदान करना था जिससे कि वह सीनियर स्तर तक निर्बाध रूप से प्रमोट हो सकें, सुधीर शर्मा ने बताया ।

“विश्वविद्यालय स्तर पे खेल एवं प्रतियोगिताओं को चैंपियंस खिलाड़ियों के लिए फलने फूलने का मैदान माना जाता है। सीनियर स्तर पर प्रवेश करने से पहले विश्वविद्यालय प्रतियोगिता एक कदम है,” सुधीर शर्मा ने समझाया। “इसीलिए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में उन सभी स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा होगी जो आम तौर पर वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आयोजित की जाती हैं ताकि होनहार रोवर्स (नाविकों) को अच्छा एक्सपोज़र मिल सके।”

आयोजक ही प्रतियोगिता के लिए नाव उपलब्ध कराएंगे, जबकि एथलीट प्रतिस्पर्धा के लिए अपने-अपने चप्पू का इस्तेमाल करेंगे। पुरुष और महिला दोनों वर्गों की प्रतियोगिता सिंगल और डबल स्कल्स सहित विभिन्न स्पर्धाओं में आयोजित की जाएगी। सुधीर शर्मा ने कहा, “गोरखपुर के खूबसूरत रामगढ़ ताल में होने वाले सभी आयोजनों में हमें रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है।”

साथ ही गोरखपुर में धार्मिक और खेल पर्यटन की संभावनाओं को और बढ़ाने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने जल्द ही जिले में एक खेल शहर विकसित करने का निर्णय लिया है। जीडीए ने राप्ती नगर विस्तार योजना के तहत 25 एकड़ से अधिक भूमि में स्पोर्ट्स सिटी की योजना बनाई है। प्रस्तावित स्पोर्ट्स सिटी का खाका तैयार करने के लिए इंजीनियरों की एक टीम मुंबई और बेंगलुरु का दौरा करेगी।