लखनऊ ब्यूरो
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कि उनसे गोरखपुर नहीं संभल रहा है वो यूपी कैसे संभाल पाएंगे. उन्होंने कहा, गोरखपुर में एक बेटी गुंडों के हाथों पिटते हुए अपने पिता को देख रही थी और इसलिए वीडियो बना रही थी कि पुलिस को दिखा सके तो उसको गोली मार दी गई. अखिलेश ने कहा मुख्यमंत्री का जब भी गोरखपुर का दौरा करते हैं तो कोई न कोई बड़ी घटना हो जाती है.

सपा मुखिया ने एक चैनल के कार्यक्रम में दावा किया है कि लोग बीजेपी को सत्ता से उखाड़ने को बेताब हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि जिस संकल्प पत्र को देखकर बीजेपी पर जनता ने भरोसा किया, वो कितने पूरे हुए? बीजेपी सारे वायदे भूल गई.

उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी को उनके वादे याद दिलाना चाहता हूं कि 2022 तक 70 लाख युवाओं को रोजगार दे देंगे. प्रदेश में छह आईटी पार्क बन जाएंगे. छात्रों को लैपटॉप मिलेंगे. बीजेपी ने वायदा किया कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज में वाईफाई लग जाएगा. 25 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे. छह नए एम्स बनेंगे. लड़कियों के लिए निशुल्क पढ़ाई होगी. गन्ने का भुगतान होगा. क्या पूरे हो गए वादे?

तालिबान के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि यह मुद्दा डिप्लोमैटिक है और इस पर केंद्र सरकार जबतक अपना रुख साफ़ नहीं करती तबतक किसी भी राजनीतिक पार्टी को कोई बयानबाज़ी नहीं करनी चाहिए।

पेगासस मामले पर सपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के लिए सबसे अधिक सांसद यूपी से बने, क्या वजह थी कि सरकार को जासूसी करनी पड़ रही है? बीजेपी के लोगों की भी जासूसी हो गई. ये सामने आना चाहिए कि आखिरकार कौन लोग थे जासूसी करने वाले.

किसानों पर भाजपा के झूठे वादों की पोल खोलते हुए अखिलेश ने कहा कि बीजेपी बताए कि कब पूरे होंगे ये वायदे. सिलेंडर, खाद, पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. किसानों का भविष्य खतरे में है. नए कानूनों से कैसे किसानों को फायदा होगा ये बता दे. मंडी बंद हो जाएगी. स्टोरेज किसी और के हाथ में चला जाएगा. उद्योगपतियों को ये छूट दी गई है. ”

गठबंधन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का आरएलडी के साथ गठबंधन है. समाजवादी पार्टी की कोशिश सभी छोटे दलों को साथ लाने की है . महान दल का उनसे समझौता है और भी जो लोग आना चाहेंगे उनके साथ गठबंधन की कोशिश होगी.

चाचा शिवपाल यादव की पार्टी से गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उनके लिए, उनके दल के लिए पार्टी ने सीटें छोड़ी है और उनका सम्मान किया जाएगा. विलय को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि अभी इसका समय नहीं है.

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि पिछड़ों को कैसे लड़ाएं, दलित और पिछड़ों में कैसे झगड़ा हो. गंगा जमुनी तहजीब कैसे खत्म हो? मुस्लिम के खिलाफ नफरत कैसे हो. भाईचारा खत्म हो जाए.

जातिगत जनगणना पर अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली बार जब जनगणना हुई तो ज्यादातर दलों ने कांग्रेस से मांग की. अब एक बार फिर मांग उठ रही है. मेरा मानना है कि जब ज्यादातर दल जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं तो मोदी सरकार क्यों पीछे हट रही है?