लखनऊ:
यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के शुभारम्भ दिवस पर आयोजित ‘यू0पी0-’इन्हान्सिंग सेफ्टी एण्ड इम्पावरिंग एम0एस0एम0ईज एण्ड cooperatives’ विषयक सत्र को सम्बोधित्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा आधार रखता है। प्रदेश में लगभग 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां मौजूद हैं। डबल इंजन सरकार ने वर्ष 2017 के बाद इन मृतप्राय एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को पुनर्जीवित कर अपने संकल्प को पूरा किया। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में-सिल्क, कालीन, टेराकोटा, कांस्य उत्पाद, खेल के सामान इत्यादि के रूप में राज्य के एम0एस0एम0ई0 को विकसित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल खण्ड में प्रदेश में बड़े पैमाने पर कामगार व श्रमिक वापस आये थे। प्रदेश सरकार ने इन 40 लाख कामगार और श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराकर उन्हें एम0एस0एम0ई0 इकाइयों से जोड़ते हुए रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया। राज्य में एम0एस0एम0ई0 का एक विकसित क्लस्टर मौजूद है। प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था एवं सुरक्षा के वातावरण ने एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र को विकसित करने का कार्य किया गया है। प्रदेश में पर्याप्त लैण्डबैंक मौजूद है। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया है। परिणामस्वरूप आज देश और दुनिया के निवेशक प्रदेश में निवेश करने के लिए आए हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 के व्यापक आधार को नया आयाम देने के लिए सहकारिता आन्दोलन महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकता है। प्रधानमंत्री जी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए एम0एस0एम0ई0 और सहकारिता सेक्टर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। इन क्षेत्रों के विकास में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अपनी उपयोगिता सिद्ध कर रही है। अकेले एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र में प्रदेश को 1.40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री के साथ केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आयोजन स्थल पर एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।