नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (cbse)ने 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ (nishank) ने ट्वीट कर जानकारी दी। इस साल 10वीं के रिजल्ट में छात्राओं ने बाजी मारी है। वहीं कुल मिलाकर 91.46 फीसदी छात्र-छत्राएं पास हुए हैं। पिछले साल 91.10 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे। छात्र अपना रिजल्ट बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.cbse.nic.in. पर जाकर भी देख सकते हैं।

त्रिवेंद्रम सबसे आगे
इस साल सीबीएसई की 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 18 लाख, 73 हजार, 15 छात्र बैठे थे, जिनमें से 17 लाख, 13 हजार, 121 छात्र पास हुए हैं। परीक्षा करवाने के लिए बोर्ड ने 5377 केंद्र बनाए थे। इस साल सबसे ज्यादा छात्र त्रिवेंद्रम (trivandram) में पास हुए हैं। यहां 99.28 फीसदी, चैन्नई में 98.95 फीसदी, बेंगलुरू में 98.23 फीसदी, पुणे में 98.05 फीसदी और अजमेर में 96.93 फीसदी छात्र पास हुए हैं।

लड़कियों ने मारी बाज़ी
इस साल 93.31 फीसदी छात्राएं पास हुई हैं, जबकि छात्र 90.14 फीसदी पास हुए हैं। छात्रों के मुकाबले छात्राएं 3.17 फीसदी ज्यादा पास हुई हैं। पिछले साल भी छात्राओं ने बाजी मारी थी। उनका रिजल्ट इस बार और बेहतर हुआ है। वहीं, छात्रों का रिजल्ट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पिछले साल छात्र 90.14 और छात्राएं 92.45 फीसदी पास हुईं थीं।

कोरोना के कारण हुई देरी
सीबीएसई (CBSE) ने लगभग सभी मुख्य विषयों की परीक्षाएं लॉकडाउन लागू होने से पहले पूरी करवा ली थीं। 10वीं की परीक्षा में जो छात्र सभी पेपरों में उपस्थित नहीं हो सके उनके परिणाम बोर्ड की ओर से जारी किए गए मूल्यांकन मानदंडों के आधार पर घोषित किए जाएंगे। इस साल 10वीं की परीक्षाएं 21 फरवरी को शु्रू हुईं थीं और उन्हें 29 मार्च को समाप्त होना था, लेकिन इसी दौरान 25 मार्च को देश में Covid-19 महामारी की वजह से लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। बाद में बोर्ड ने शेष परीक्षाओं को रद्द कर दिया और रिजल्ट जारी करने का निर्णय लिया।