नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर शहर में एक कोविड अस्पताल में आग लगने चार कोविड मरीज़ों की मौत की खबर सामने आई है. आग लगने की यह घटना वाडी इलाके में WELL TREAT COVID HOSPITAL में करीब 9 बजे हुई . आग लगने का कारण आईसीयू के एसी में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है जो बाद में पूरे आईसीयू में फैल गई. घटना के समय आईसीयू मे 10 कोविड मरीज भर्ती थे. आग लगने के बाद 6 मरीज खुद बाहर निकलने में कामयाब हो गए जबकि 4 मरीज़ किसी वजह से वहां से नहीं निकल सके जिसके कारण उनकी मौत हो गई. फायर बिग्रेड की 4 गाडियों ने आग पर काबू पाया. अस्पताल में कुल 28 भर्ती भर्ती थे.

पुलिस ने बताया है कि करीब 27 मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. पुलिस ने इन मरीजों के हेल्थ की स्थिति पर ज्यादा जानकारी देने से इंकार कर दिया. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में नागपुर बेहद प्रभावित शहरों में है. नागपुर के अलावा मुंबई, पुणे और थाने सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.

इससे पहले खबर आई थी कि नागपुर में कोरोना वैक्सीन की कमी देखी जा रही है. एक टीकाकरण केंद्र पर लिखा हुआ है -‘वैक्सीन स्टॉक उपलब्ध नहीं हैं.’ टीका लगवाने एक निवासी ने कहा कि मैं अपनी दूसरी खुराक के लिए आया था लेकिन टीका उपलब्ध नहीं है. उन्होंने मुझे बताया कि वे नहीं जानते कि यह कब आएगा.’

इससे पहले मुंबई के भांडुप इलाके में ड्रीम्स मॉल इमारत में 25 मार्च की आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई थी. आग एक दुकान में लगी और चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित सनराइज अस्पताल तक फैल गई थी. इस घटना में अस्पताल में भर्ती 11 मरीजों की मौत हो गई थी. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 का इलाज करा रहे 9 मरीजों की आग लगने के कारण दम घुटने से मौत हो गई जबकि दो अन्य मरीजों की आग लगने से पहले ही कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई थी.

महानगर पुलिस ने मॉल में आग लगने की घटना के सिलसिले में छह लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 34 (साझा मंशा) के तहत मामला दर्ज किया था. इसमें हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के प्रमोटर राकेश वधावन और उनके बेटे को प्राथमिकी में नामजद किया गया था.