लखनऊ: उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सचिन रावत ने कहा कि योगी सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान प्रदेश की जनता को प्रतिदिन केवल झूठ, धोखा और घपले-घोटालों की ही खबरें देखने को मिल रही हैं । योगी सरकार के अब तक के पूरे कार्यकाल के दौरान हमारी जानकारी में अब तक लगभग चालीस बड़े घपले-घोटाले उजागर हो चुके हैं। योगी सरकार में उजागर इस कड़वी सच्चाई से देश भर में उत्तर प्रदेश की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। इसके बावजूद योगी सरकार अपनी लचर कानून व्यवस्था और अपनी प्रशासनिक नाकामी को दुरुस्त करने के बजाय बार-बार साम्प्रदायिक मुद्दों और बयानों को मीडिया में प्राथमिकता के साथ प्रचारित करके प्रदेश की जनता को भावनात्मक रूप से गुमराह करके असल जनमुद्दों से विमुख करने का प्रयास करती रहती है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि आजाद भारत की यह पहली प्रदेश सरकार है जिसमें प्रदेश में घटित संगठित व असंगठित अपराधों सहित लगभग 40 से ज्यादा आर्थिक अपराध के मामलों की तादाद में जबर्दस्त इजाफा हुआ है। चाहे वह कोराना महामारी काल में सामने आया कोविड संसाधन घोटाला हो, प्रदेश का चर्चित 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाला, पी.डब्लू.डी. घोटाला हो, इन्वेस्टर समिट घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, होमगार्ड भर्ती घोटाला, पंचायती राज घोटाला, स्कूली बच्चों के जूता-मोजा खरीद में घोटाला, पशुपालन विभाग घोटाला प्रमुखता से मीडिया की सुर्खियों मे रहा। सबसे आश्चर्यजनक घोटाला तो अब प्रदेश व देश की जनता के सामने आया कि प्रभु श्रीराम के मन्दिर के नाम पर श्रद्धालुओं के चन्दे में भी सरकार की नाक के नीचें घोटाला हो गया।

सचिन रावत ने कहा हालांकि लगातार तीन दशकों से श्रीराम के मन्दिर के मुद्दे पर राजनीति करने वाली भाजपा की केन्द्र व प्रदेश की सरकारों के लिए शर्मनाक बात है कि उसकी नाक के नीचे करोड़ों के उक्त घपले-घोटालों में अयोध्या के भाजपा मेयर व अवध प्रान्त के पूर्व अध्यक्ष समेत कई बड़े नाम खुलकर उजागर हुए हैं। रामतीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख सदस्यों द्वारा श्रद्धालुओं के चन्दे में की गयी वित्तीय अनियमितताओं की आज सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो जाय तो आर.एस.एस. व भाजपा के और भी कई बड़े नाम उजागर हो जायेंगे।