सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ में 79वां सीएसआईआर स्थापना दिवस समारोह संपन्न

सीएसआईआर-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ ने आज 79वां सीएसआईआर स्थापना दिवस समारोह मनाया। निदेशक, सीएसआईआर-सीडीआरआई, प्रोफेसर तपस कुमार कुंडू ने इस शुभ अवसर पर अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि हम सीएसआईआर का एक आंग होने पर गर्व महसूस करते हैं जिस संगठन को 1942 में स्थापित किया गया और जिसने भारतीय विज्ञान और उद्योग के विकास और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।


इस अवसर पर, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायलरी साइंसेज, नई दिल्ली के निदेशक, प्रोफेसर शिव कुमार सरीन ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और ऑनलाइन संबोधित किया। प्रोफेसर शिव कुमार सरीन ने स्वस्थ, प्रसन्न और दीर्घायु जीवन के लिए यकृत (लिवर) के स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए “हार्ट ऑफ़ द लिवर” पर एक बहुत ही रोचक तरीके से जानकरियाँ साझा की। अपने फाउंडेशन डे ऑरेशन (स्थापना दिवस व्याख्यान) में उन्होंने जोर दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिवर की चर्बी या वसा की मात्र को नियंत्रित करते हुए लगभग पाँच फीसदी (5%) से कम रखनी चाहिए। फैटी लीवर, मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप सहित विभिन्न गंभीर बीमारियों (स्वास्थ्य जटिलताओं) का मुख्य कारण है। लिवर (जिगर) को स्वस्थ रखने के लिए, रक्त सीरम में एएलटी/एसजीपीटी (ALT / SGPT) एंजाइम जिन्हें एलानिन एमिनोट्रांस्फरेज/सीरम ग्लूटामिक-पाइरुविक ट्रांसअमाइनेज भी कहा जाता है, का स्तर पुरुष में 30 IU / L से कम तथा स्त्री में 20 IU / L से कम होना चाहिए। यह एंजाइम लिवर के ऊतकों के क्षतिग्रस्त होने पर रक्त में छोड़ा जाता है। यह एंजाइम लिवर स्वास्थ्य का सूचक है इस पैरामीटर के स्तर को देखकर कोई भी व्यक्ति अपने लिवर के स्वास्थ्य के प्रति अपडेट रह सकता है। उन्होंने आगे कहा, स्वास्थ्य को खरीदा नहीं जा सकता इसे प्राप्त करने के लिए प्रयास करके पाना (अर्जित) होता है। उन्होने सीडीआरआई-सीएसआईआर, लखनऊ एवं इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायलरी साइंसेज, नई दिल्ली के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण दिशा मैं शोध करने किए लिए अपनी इच्छा भी जाहिर की

ड्रग्स, डायग्नोस्टिक्स, वैक्सीन एवं संबंधित बुनियादी अनुसंधान के लिए डॉ मृदुला काम्बोज पुरस्कार की घोषणा
सीएसआईआर स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर ड्रग्स, डायग्नॉस्टिक्स, वैक्सीन एवं संबंधित बुनियादी अनुसंधान के लिए डॉ मृदुला काम्बोज पुरस्कार की घोषणा की गई। इस वर्ष का पुरस्कार डॉ टी नरेंद्र और उनकी टीम को बिनाइन प्रोस्टेट हाइपरप्लासीया(बीपीएच) जिसे प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना भी कहा जाता है जो उम्र दराज पुरुषों की सामान्य समस्या है, के प्रबंधन के लिए फाइटोफार्मास्युटिकल के विकास के लिए उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाएगा। बढ़ी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि के कारण मूत्राशय से मूत्र के प्रवाह को अवरुद्ध करने जैसे असुविधाजनक स्थिति निर्मित हो जाती है। इससे मूत्राशय, मूत्रमार्ग या गुर्दे की समस्याएं भी हो सकती हैं। डॉ टी नरेंद्र को फरवरी 2021 में सीडीआरआई वार्षिक दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।

सीएसआईआर-सीडीआरआई के 70वें साल के समारोह का लोगो जारी
संस्थान इस वर्ष अपनी स्थापना का 70 वां वर्ष मना रहा है। इस अवसर पर, निदेशक सीएसआईआर-सीडीआरआई ने संस्थान के 70 वें वर्ष के समारोह का लोगो जारी किया। इसी तत्वधन में संस्थान में पूरे वर्ष भर अनेक समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। आज इस अवसर पर संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट 2019-20 के इस हिंदी संस्करण के अलावा, संस्थान के न्यूज़लैटर: बिट्स एंड बाइट्स के नए संस्कारण का भी विमोचन किया तथा एक ई-बुकलेट, “लिविंग विद कोविड-19: एक्सपीरियंस एंड फाइट अगेंस्ट पेंडेमिक का भी विमोचन किया गया।

सीएसआईआर-सीडीआरआई के कर्मचारियों तथा कर्मचारियों के प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान
सीडीआरआई के वह सहयोगी जो विगत वर्ष सेवानिवृत्त हुए हैं तथा वे जिन्होने सीएसआईआर में 25 वर्ष की सेवा अवधि पूरी की है, उन्हें इस अवसर पर सम्मानित किया गया। सीडीआरआई के स्टाफ मेधावी बच्चों हाई स्कूल और इंटरमीडिएट में विज्ञान विषय में 90% से अधिक हासिल किया है, उन्हें उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए, मास्टर आदर्श गोयल और मास्टर भावेश अग्रवाल को 12 वीं कक्षा में एक विज्ञान विषय में 90% से अधिक अंक और विषय में 100% अंक हासिल करने के लिए रु5000/- का नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

समारोह के दौरान, ड्राइंग और पेंटिंग तथा निबंध लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजित किए गया था। निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजेता हैं, मास्टर प्रथम पुंज शुक्ला (प्रथम), सुश्री अंजलि मौर्य और सुश्री आकांक्षा वत्स (द्वितीय)। ड्राइंग एंड पेंटिंग प्रतियोगिता (प्राथमिक समूह) के विजेता सुश्री पीहू यादव (प्रथम), सुश्री फियोना अबीर सिंह (द्वितीय) और सुश्री अनिका बरनवाल (तृतीय)। ड्राइंग एंड पेंटिंग प्रतियोगिता (मध्य समूह) के विजेता मास्टर अपूर्व (प्रथम), मास्टर अथर्व शुक्ला (द्वितीय) और सुश्री शाम्भवी और सुश्री अमोलिका रावत (तृतीय) रहीं। सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट मिला।
कार्यक्रम का समापन सभापति, आयोजन समिति डॉ प्रेमप्रकाश यादव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।