खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों के कारण घरेलू बजट बढ़ने से दिसंबर 2023 में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 5.69 प्रतिशत हो गई, जो पिछले साल नवंबर में 5.55 प्रतिशत थी। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य मुद्रास्फीति, जो समग्र उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) का लगभग आधा हिस्सा है, नवंबर के 8.657 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर में 9.05 प्रतिशत हो गई।

यह महंगाई का 4 महीने का उच्चतम स्तर है। सिंतबर में महंगाई दर 5.02 फीसदी रही थी। अक्‍टूबर में यह 4.87 फीसदी पर आ गई तो नवंबर में रिटेल महंगाई दर 5.55 फीसदी रही थी।

माह के दौरान सब्जियों, दालों, मसालों और फलों की कीमतें तेजी से बढ़ीं। हालांकि, खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट से कुछ राहत मिली। सब्जियों की कीमतें 31.34 फीसदी तक बढ़ गईं, जबकि दालें 2.65 फीसदी महंगी हो गईं। मसाले 19.05 प्रतिशत महंगे हुए। अनाज के दाम भी 9.53 प्रतिशत बढ़े।

दिसंबर महीने में दाल की महंगाई दर में इजाफा हुआ और ये बढ़कर 20.73 फीसदी पर जा पहुंची है। नवंबर महीने में यह 20.23 फीसदी रही थी। इसी तरह सब्जियों की महंगाई दर भी बढ़कर 27.64 फीसदी पर जा पहुंची जो इससे पिछले महीने 17.70 फीसदी थी। अनाज और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की महंगाई दर में मामूली कमी आई है और ये 9.93 फीसदी रही है। फलों की महंगाई दर दिसंबर 2023 में 11.14 फीसदी रही है, जो नवंबर में 10.95 फीसदी रही थी।