भगोड़े निदेशकों की सम्पति को सीज़ करे सरकार, 15 हज़ार कर्मियों के बकाये का हो भुगतान

टीम इंस्टेंटखबर
हिन्द मज़दूर पंचायत के राष्ट्रिय सचिव व प्रदेश महामंत्री राकेशमणि पाण्डेय ने सरकार से फर्स्ट फ्लाइट कूरियर के मालिक ओमप्रकाश मित्तल सीबू के पारिवारिक निदेशकों को गिरफ्तार कर उनके बैंक अकाउंट सीज़ का कर्मचारियों के बकाया भुगतान करने की मांग की है.

प्रेस को जारी अपने बयान में राकेशमणि पाण्डेय ने बताया कि फर्स्ट फ्लाइट कूरियर के मालिकान ने प्रतिष्ठान के कार्य के लिए यूपी, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र में 15 हज़ार से अधिक कर्मचारियों की नियुक्तियां की थीं और उनके द्वारा उनकी सेवाएं लेकर पूरे देश व विदेश में कुरियर का कार्य संचालित कराते थे और उस आय को अन्य उद्योग में लगाकर प्रतिष्ठान बंद करके विदेश फरार हो गए और उक्त कूरियर कार्य को फ्रैंचाइज़ी के आधार पर दूसरों को अधिकृत कर दिया गया है और पारिवारिक सदस्यों को 15 अन्य कंपनियों के माध्यम से निदेशक दिखाकर फर्स्ट फ्लाइट की आय को उसमें स्थानांतरित कर लिया.

प्रेस बयान में आगे बताया गया कि कर्मचारियों ने अपने वेतन के बारे में लखनऊ, कानपूर, गोरखपुर व अन्य ज़िलों में वेतन भुगतान अधिनियम का पत्र निर्गत किया था जो कर्मचारियों के पक्ष में निर्णीत किया गया किन्तु उसकी वसूली सेवायोजकों द्वारा अधिकृत किये गए कार्यालय जो ज़्यादातर किराये पर थे और मुंबई स्थित कार्यालय को बेच दिया है और हज़ारों करोड़ रूपये लेकर विदेश भाग गए हैं जिससे 15 हज़ार कर्मियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है और उनके वेतन, अवकाश भुगतान, भविष्यनिधि और राज्य कर्मचारी बीमा निगम का अंशदान सेवायोजकों द्वारा भुगतान नहीं किया गया है. सेवायोजकों द्वारा विदेश भाग जाने के कारण यथाशीघ्र भुगतान वेतन अधिनियम के अंतर्गत जारी वसूली प्रमाणपत्र, भविष्यनिधि वसूली और राज्य कर्मचारी बीमा निगम अंशदान की वसूली सम्बंधित विभाग द्वारा नहीं की जा सकी है.

राकेशमणि पाण्डेय ने मांग की है भारत सरकार अभियोजन कार्यवाई करते हुए भगोड़े निदेशकों को भारत लाने और उनकी चल संपत्ति ज़ब्त करके कर्मचारियों का भुगतान करने की कार्रवाई करे. उन्होंने बताया कि अपनी मांगों को लेकर हज़ारों कर्मचारी 15 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देंगे।