दिल्ली:
कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और थरूर में अब ज़बानी जंग शुरू हो गयी है. खड़गे ने थरूर के बदलाव वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में ने कहा कि डॉ थरूर जिस स्थिति और बदलाव की बात कर रहे हैं, वह प्रतिनिधियों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा तय किया जाएगा. एक व्यक्ति कॉल नहीं ले रहा है, इसे सामूहिक रूप से लिया जाएगा

खड़गे ने बताया कि उन्होंने शशि थरूर से अध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार होने की बात कही है. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर ही उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद के लिए लड़ने का फैसला किया. चुनाव लड़ने के अपने फैसले के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा, “चूंकि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, इसलिए मुझे मेरे वरिष्ठ सहयोगियों ने चुनाव लड़ने के लिए कहा था. मैं किसी के खिलाफ नहीं लड़ रहा हूं. मैं कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के लिए लड़ रहा हूं.”

उन्होंने कहा, “मैं महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर अपना चुनाव अभियान शुरू कर रहा हूं. मैंने हमेशा अपनी विचारधारा और नैतिकता के लिए संघर्ष किया है. मैं कई सालों तक विपक्ष का नेता, मंत्री और विधायक रहा हूं. मैं अब फिर से लड़ना चाहता हूं और उसी नैतिकता और विचारधारा को आगे बढ़ाना चाहता हूं.”

अपनी उम्मीदवारी के बारे में खड़गे ने कहा, “मैं केवल एक दलित नेता के रूप में चुनाव नहीं लड़ रहा हूं. मैं एक कांग्रेस नेता के रूप में चुनाव लड़ रहा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा.” कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा और वोटों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी.