नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल से प्रयागराज पहुंचे टिकैत ने झलवा स्थित किसान नेता संजय यादव के आवास पर रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार सब कुछ उद्योगपतियों को बेचने पर आमदा है। उन्होंने कहा कि किसानों काे जागरुक करने और हर वर्ग का समर्थन लेने के लिए वह यात्रा पर निकले हैं। लगातार उनका कार्यक्रम चल रहा है। पूरे देश में वे जाएंगे और केंद्र सरकार द्वारा किसान, व्यापारी, नौकरीपेशा लोगों के साथ किए गए छल को उजागर करेंगे।

जारी रहेगा आंदोलन
किसान नेता ने कहा कि एमएसपी लागू करने से किसान का चावल 1850 रुपये में बिकेगा, लेकिन सरकार इस चावल को 900 रुपये में ही लेना चाहती है। अब किसान अपना चावल सरकार को नहीं देगा। उन्होने कहा कि सरकार न बात सुनने को तैयार है और न बातचीत के लिए। ऐसे में दिल्ली को अभी भी चारों तरफ से घेर कर रखा गया है। उन्होने कहा जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा और तीन कृषि कानून को रद्द नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा

सरकार की हठधर्मी से बर्बाद हो रहा किसान
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की जबरदस्ती के कारण किसान बर्बाद हो जाएंगे। छोटे-छोटे व्यापारी खत्म हो जाएंगे। साप्ताहिक बाजारों का नामोनिशान नहीं रहेगा, जबकि इस कारोबार से देश भर के साढ़े चार करोड़ से अधिक लोग जुड़े हैं। बंगाल में हो रहे चुनाव के बारे में कहा कि इससे उनको कोई मतलब नहीं है, लेकिन वहां के किसानों को वह जागरुक करके आएं हैं।