नई दिल्ली: केंद्र द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का हल्लाबोल जारी है। आज किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। लिहाजा भारत बंद का असर पूरे देश में देखने को मिल रहा है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल समेत देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों का रोष देखने को मिल रहा है। कृषि कानूनों के खिलाफ आज 13वें दिन भी किसान प्रदर्शनकारी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं।

ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले बुलाए गए भारत बंद में देशभर के 400 से ज्‍यादा किसान संगठन शामिल हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस समेत दर्जन भर राजनीतिक दलों ने भी बंद का समर्थन किया है।

महाराष्ट्र में स्वाभिमानी शेतकारी संगठन ने भारत बंद के तहत रेल रोककर विरोध जताया। इस दौरान बुलढाणा के मलकापुर में आज एक ट्रेन को रोक दिया। बाद में उन्हें पुलिस ने पटरियों से हटा दिया और हिरासत में ले लिया।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किसानों के भारत बंद के समर्थन में प्रयागराज में रेल रोकी।

आंध्र प्रदेश में कृषि कानूनों के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में विशाखापट्टनम में लेफ्ट पार्टियों ने विरोध प्रदर्शन किया।

कोलकाता में भारत बंद के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रही लेफ्ट पार्टियों ने जादवपुर में रेल रोकी।

मृतसर में भारत बंद के समर्थन में दुकानें बंद दिखीं। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव ने बताया, “दुकानें लगभग बंद हैं, इमरजेंसी सेवा बहाल है। लोग अपने मन से शटर बंद कर रहे हैं।”

किसानों के भारत बंद के समर्थन में बेंगलुरु में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।