उत्तर प्रदेश के किसानों ने बताया कि श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स की ओर से पेश किए गए श्रीराम सुपर 5-एसआर-05 एवं 303 गेहूं बीज से उनकी उत्पादकता बढ़ी है |लांच के बाद से ही श्रीराम सुपर 5-एसआर-05 एवं 303 गेहूं बीज इनकी अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते उत्तर प्रदेश के किसानो में बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि बदलती प्रकृति से उभर रही नई-नई चुनौतियों में भी इन किस्मों के परिणाम श्रेष्ठ हैं। अधिक तापमान और पीली रतुआ के प्रति सहनशीलता, कल्लों की संख्या अधिक, बड़े-सुनहरे दाने, उपयुक्त फसल की ऊंचाई और गिरने की समस्या कम होने के कारण ये उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, और बिहार में गेहूं के किसानो की पहली पसंद बन रहे हैं. दुर्गेश कुमार चौधरी, बहराइच से एक किसान, का कहना है कि इसमें कई विशेषताएं देखने को मिली जैसे अधिक कल्लों की संख्या , वज़नदार लंबी बालियां, 75-80 दाने प्रति बाली और अधिक उपज क्षमता । पौधे की उपयुक्त ऊंचाई 90 से.मी. होने की वजह से इसमें गिरने की शिकायत नहीं आती | इसमें अन्य किस्म तुलना में 5 क्विंटल प्रति एकड़ अधिक उपज प्राप्त हुई |इस साल मार्च महीने में अचानक अधिक तापमान होने के बावजूद श्रीराम सुपर 5-एसआर-05 की अधिक उत्पादकता और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल को देखकर वे बेहद प्रसन्न है और इस वर्ष भी श्रीराम सुपर 5-एसआर-05 गेहूं बीज की ही बुवाई करेंगे. उत्तर प्रदेश के अन्य किसान श्रीराम सुपर 303 गेहूं बीज बोने से भी इसी तरह की सफलता पा रहे है. आंबेडकरनगर उत्तर प्रदेश के किसान सभाजीत वर्मा ने अपने खेत में श्रीराम सुपर 303बोया था और वे श्रीराम सुपर 303 की बेहतर परिणाम से काफी प्रभावित हुए हैं. उनका कहना है कि श्रीराम सुपर 303 में कल्लों की संख्या भी ज्यादा है (10-12 प्रति पौधा) और बाली की लम्बाई भी अधिक है.. बाबू सिंह अधिक उपज पा कर बेहद खुश है और अगले साल वो अपने पूरे खेत पर श्रीराम सुपर 303 बीज ही लगाएंगे.