• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौरंगा में एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण
  • मानसिक विकारों से ग्रसित मरीजों की पहचान और उपचार को लेकर दिया गया प्रशिक्षण

हमीरपुर
मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौरंगा में मंगलवार को एएनएम और आशा कार्यकर्ता को मानसिक विकारों से ग्रसित मरीजों की पहचान और उन्हें कैसे उपचारित कराया जाए, इस विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ.भरत कुमार राजपूत ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि मानसिक विकारों से ग्रसित मरीज कहीं न कहीं जागरूकता के अभाव में इलाज से वंचित हो जाते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का दायित्व बनता है कि उन्हें खोजे और उपचारित कराएं ताकि वह मानसिक विकारों से बाहर निकल सके। हर मानसिक विकार का इलाज संभव है। उन्होंने एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को गांव-गांव भ्रमण के दौरान मानसिक विकारों से ग्रसित मरीजों को चिन्हित कर उपचारित करने में सहयोग की अपेक्षा की।

जिला अस्पताल की साइको थेरिपिस्ट डॉ.नीता ने बच्चों की मानसिक बीमारियों मानसिक मंदता, बाल व्यवहार, ऑटिज्म विकार, ध्यान अभाव सक्रियता विकार, सीखने की असक्षमता आदि के विषय में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही एंजायटी, डिप्रेशन, मनोग्रस्तिता बाध्यता विकृति क्या है, नशा करने वाले व्यक्ति को पहचानने के लक्षण, मिर्गी, स्किजोफ्रेनिया आदि मानसिक विकारों के बारे में बताया। प्रशिक्षण के दौरान डॉ.नीता ने बताया कि आजकल डिप्रेशन, एंजायटी और मिर्गी के विकारों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डिप्रेशन ने युवाओं को भी जकड़ रखा है। इसकी वजह से लोग अपना जीवन तक समाप्त कर लेते हैं। लेकिन अगर ऐसे विकारों से ग्रसित मरीजों को सही समय पर उपचार और परामर्श मिल जाए तो वह ठीक हो जाते हैं।
प्रशिक्षण के दौरान कम्युनिटी नर्स प्रगति गुप्ता, बीसीपीएम जेपी साहू, बीपीएम विवेक सक्सेना सहित नौरंगा सीएचसी की एएनएम और बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता मौजूद रही।

मानसिक विकारों के प्रति जनजागरूकता रैली निकाली
हमीरपुर। मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह की शुरुआत कल 10 अक्टूबर से जनजागरूकता रैली निकालकर हुई। इस रैली को कलेक्ट्रेट से जिलाधिकारी डॉ.चंद्रभूषण त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। रैली ने पूरे शहर का भ्रमण कर लोगों को मानसिक विकारों के प्रति जागरूक किया। रैली में मुख्य रूप से प्रभारी सीएमओ डॉ.रामअवतार, एसीएमओ डॉ.महेशचंद्रा, डॉ.कमलेशचंद्र, डॉ.अनूप निगम, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल यादव, साइको थेरिपिस्ट डॉ.नीता, प्रगति गुप्ता सहित स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।