टीम इंस्टेंटखबर
अफ़ग़ानिस्तान के मामले में ईरान की सरकार के विशेष दूत ने कहा कि इस देश की समस्याओं का मुख्य कारण अमरीकी नीतियां हैं। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान के बारे में अमरीका की नीति दोहरे मानदंडों पर आधारित है।

हसन काज़मी क़ुम्मी ने कहा कि प्रतिबंध तो वास्तव में अमरीकी नेताओं का एक राजनैतिक हथकण्डा है। उन्होंने कहा कि अमरीका का यह दावा भी सफेद झूठ है कि वे जनता के हित के लिए काम करते हैं।

ईरान के प्रतिनिधि ने कहा कि अगर अमरीकी वास्तव में जतना के हित में काम करते हैं तो फिर अफ़ग़ानिस्तान की वर्तमान स्थिति में जहां जनता आर्थिक समस्याओं से दो-चार है, उनके रोके हुए पैसे को वापस क्यों नहीं करते? काज़मी क़ुम्मी ने कहा कि अमरीकी, आर्थिक दबाव के माध्यम से राष्ट्रों और सरकारों पर अपना दृष्टिकोण थोपना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि इराक़ के निराश होकर अमरीकियों ने यह योजना बनाई कि आतंकी गुट तैयार किये जाएं जो उन देशों में अमरीकी सैनिकों की जगह ले सकें। ईरान के विशेष प्रतिनिध ने बताया कि सीरिया में एक हज़ार आठ सौ आतंकी गुट तैयार किये गए जिनको अमरीका और ज़ायोनी शासन का समर्थन हासिल है।