दिल्ली:
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तीन साल से अधिक समय से जारी तनाव का असर जी-20 सम्मेलन पर भी देखा जा सकता है. मिली जानकारी के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत आने पर संशय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति जी-20 सम्मेलन से दूरी बना सकते हैं.

इसके पीछे भारत-चीन सीमा पर चल रहे तनाव को बड़ा और अहम कारण बताया जा रहा है, जो हाल ही में चीन द्वारा नक्शा जारी करने के बाद और बढ़ गया है. चीन में रहने वाले और जी-20 में सरकार के लिए काम करने वाले एक भारतीय राजनयिक के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि शी जिनपिंग की जगह प्रधानमंत्री ली कियांग बैठक में बीजिंग का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं.

यहां बता दें कि पिछले दिनों चीन ने जो आधिकारिक नक्शा जारी किया था, उसमें भारत के अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपने क्षेत्र में दिखाया था। भारत की आपत्ति के बावजूद चीन ने इस पर अपना रुख पुराना ही रखा है और इसे बेहद सामान्य बात बताया है. वहीं, भारत ने चीनी नक्शे को लेकर बयान जारी कर कहा है कि चीन का दावा गलत है और अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन भारत का अभिन्न अंग हैं और भारत का ही हिस्सा रहेंगे.