पटना: राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर ‘युवा हल्ला बोल’ अध्यक्ष अनुपम ने नीतीश कुमार की जमकर आलोचना की है। बिहार सरकार द्वारा STET भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की घोर कमी और गड़बड़ियों को अनुपम ने बड़ा मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 7 सीधे सवाल पूछे थे। लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि इन सवालों के जवाब देने की बजाए सरकार अभ्यर्थियों पर लाठी डंडे बरसा रही है।
अनुपम ने मुख्यमंत्री को चेताया कि लाठी डंडे के जोर पर सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश न करें। राजधानी पटना में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कई बेरोज़गार युवाओं को चोट आयी और कईयों को पुलिस ने डिटेन कर लिया।
पूर्व डीएसपी और ‘युवा हल्ला बोल’ की राष्ट्रीय समिति के सदस्य डॉ. अखिलेश ने भी डिटेन हुए अभ्यर्थियों को हौसला बढ़ाया और उन्हें छुड़वाने के लिए अधिवक्ताओं से बात की। डॉ. अखिलेश ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस लाठीचार्ज को अनावश्यक और गलत बताया।
ज्ञात हो कि 21 जून को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी द्वारा STET क्वालिफाइड अभ्यर्थियों की मेधा सूची जारी करते ही बवाल मच गया था। गुरुवार को अनुपम और डॉ. अखिलेश ने पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ प्रेस वार्ता करके सरकार की नाकामियों को उजागर करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सात सवाल पूछे थे। दुखद है कि सरकार ने इन सवालों के जवाब तो नहीं दिए, उल्टा सच छिपाने के लिए अब लाठी डंडे पर उतर आयी है।
डॉ. अखिलेश ने कहा कि अब भी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ इन सात सवालों के स्पष्ट जवाब दे वरना बिहार के बेरोजगार युवा बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
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