नई दिल्ली: कोरोना महामारी के चलते दुनिया भर में वर्क फ्रॉम होम और स्टडी फ्रॉम होम का कल्चर तेजी से बढ़ा है. हालांकि इसमें सबसे बड़ी समस्या नेटवर्क स्पीड बनकर सामने आ रही है. भारत में अधिकतर लोग डेटा नेटवर्क की समस्या को लेकर जूझ रहे हैं क्योंकि यहां मोबाइल पर करीब 12.40 एमबीपीएस की डाउनलोडिंग स्पीड से डेटा नेटवर्क मिल रहा है. इसकी तुलना पड़ोसी देश पाकिस्तान से करें तो वहां भी स्थिति अच्छी नहीं है लेकिन भारत से बेहतर है.

पाकिस्तान में 17.73 एमबीपीएस की स्पीड से मोबाइल डेटा स्पीड मिल रही है. दुनिया भर के देशों की बात करें तो फरवरी 2020 से फरवरी 2021 के बीच यूएई, चीन और ऑस्ट्रेलिया समेत 9 देशों में मोबाइल डेटा स्पीड 100 एमबीपीएस से अधिक रही और दिलचस्प यह है कि इसमें तकनीकी रूप से विकसित कहे जाने वाला देश अमेरिका नहीं है. फिक्स्ड ब्राडबैंड के मामले में सिंगापुर और थाइलैंड समेत 4 देशों में 200एमबीपीएस की स्पीड से डेटा मिल रहा है.

100 एमबीपीएस की स्पीड वाले देश
यूनाइडेट अरब अमीरात (यूएई) में 117.16 एमबीपीएस की स्पीड से मोबाइल डेटा नेटवर्क मिल रहा है. इसके अलावा कतर (171.15Mbps), दक्षिण कोरिया (166.41Mbps), चीन (148.62Mbps), सऊदी अरब (119.06Mbps), नॉर्वे (117.01Mbps), ऑस्ट्रेलिया (110.34Mbps), नीदरलैंड्स (106.34) और कुवैत (104.08Mbps) की स्पीड से मोबाइल डेटा नेटवर्क मिल रहा.