• राम मन्दिर की तरह श्रीकृष्ण जन्म भूमि का श्रेय भी लेना चाहती है भाजपा
  • दूसरे के मुद्दों पर राजनीति करना रही है भाजपा की रीति और नीति

लखनऊ:
अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश ने आज यहां प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा के मामले में दिये गये बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि आगामी छह दिसम्बर को मथुरा में होने वाले जलाभिषेक, संकल्प यात्रा आदि कार्यक्रम को रोक लगाने वाली प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या को श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर बोलने का कोई अधिकार नहीं रह जाता है।

हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने आज यहां जारी अपने बयान में कहा कि आगामी छह दिसम्बर को हिन्दू महासभा के जलाभिषेक और अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यक्रम को न होने देने के लिये एक ओर श्रीकृष्ण भक्त हिन्दू कारसेवकों को गिरफ्तार जेल भेज रही है वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या मथुरा को लेकर बयान जारी कर रहे है, जो साफ बताता है कि राम मन्दिर की तरह श्रीकृष्ण जन्म भूमि का श्रेय भाजपा लेना चाहती है, जबकि सच यह है कि राम मन्दिर आन्दोलन की शुरुआत हिन्दू महासभा ने की थी, जिसमें भाजपा की कोई भूमिका दूर-दूर तक नहीं थी, लेकिन प्रारम्भ से ही उसकी एक ही रीति नीति रही है कि दूसरे के मुद्दों पर अपनी राजनीति करती है।

श्री त्रिवेदी ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति को लेकर हिन्दू महासभा चुपचाप नहीं बैठने वाली है, आगामी छह दिसम्बर के बाद भावी कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर आन्दोलन की शुरूआत की जायेगी, जिसे कोई रोक नहीं सकता।

श्री त्रिवेदी ने कहा कि प्रदेश सरकार वाकई हिन्दुत्व के लिये कार्य करती है, तो उसे चाहिए कि गिरफ्तार किये गये कारसेवकों को जल्द से जल्द रिहा करना चाहिए, फिलहाल प्रशासन द्वारा मथुरा में लगायी गयी धारा-144 और बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुये आगामी छह दिसम्बर को कार्यक्रम को किस रूप में किया जायेगा, जिसकी पांच दिसम्बर को की जायेगी।