अबु धाबी: सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की 78 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी , मार्कस स्टॉयनिस (38 रन और 26 रन पर तीन विकेट) के जबरदस्त हरफनमौला प्रदर्शन और कैगिसो रबादा (29 रन पर चार विकेट) की घातक गेंदबाजी से दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को क्वालीफायर दो में रविवार को 17 रन से हराकर पहली बार आईपीएल के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां 10 नवम्बर को उसका मुकाबला गत चैंपियन मुंबई इंडियंस से होगा।
दिल्ली ने 20 ओवर में तीन विकेट पर 189 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया और फिर हैदराबाद की कड़ी चुनौती पर काबू पा लिया। हैदराबाद ने आठ विकेट पर 172 रन बनाये। हैदराबाद की टीम इस हार के साथ बाहर हो गयी।

फाइनल उन दो टीमों के बीच होगा जो लीग तालिका में पहले और दूसरे स्थान पर रही थी। मुंबई को पहला और दिल्ली को दूसरा स्थान मिला था। मुंबई ने पहले क्वालीफायर में दिल्ली को हराया था लेकिन अब दोनों टीमें खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी। मुंबई पांचवीं बार और दिल्ली पहली बार खिताब जीतने के इरादे से उतरेगी।

शिखर ने 50 गेंदों पर 78 रन में छह चौके और दो छक्के लगाए। स्टॉयनिस ने 27 गेंदों पर 38 रन में पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि हेत्माएर ने 22 गेंदों पर नाबाद 42 रन में चार चौके और एक छक्का लगाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली ने शिखर धवन के साथ ओपनिंग में मार्कस स्टॉयनिस को उतारने का दांव खेला जो सफल रहा।

शिखर और स्टॉयनिस ने दिल्ली को 86 रन की शानदार शुरुआत दी। स्टॉयनिस ने उन्हें पॉवरप्ले में उतारने के फैसले को सही साबित करते हुए पारी के चौथे ओवर में जैसन होल्डर की गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का उड़ाते हुए 18 रन बटोर डाले। दिल्ली के 50 रन 45 ओवर में पूरे हो गए।

पिछले कुछ मैचों में सस्ते में आउट होने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर ने बड़े मैच का बड़ा खिलाड़ी होने के अपने रुतबे को कायम रखते बेहतरीन पारी खेली। स्टॉयनिस की दूसरे छोर पर मौजूदगी ने भी शिखर के ऊपर से दबाव हटा दिया। दोनों बल्लेबाजों ने हैदराबाद के तुरुप के पत्ते लेग स्पिनर राशिद खान की गेंदों को सावधानी के साथ खेला।

स्टॉयनिस आखिर राशिद की गेंद पर बोल्ड हुए लेकिन तब तक वह अपना काम कर चुके थे। स्टॉयनिस ने 27 गेंदों पर 38 रन में पांच चौके और एक छक्का लगाया। मैदान पर उतरे कप्तान श्रेयस अय्यर ने 20 गेंदों पर एक चौके के सहारे 21 रन की सधी हुई पारी खेली। शिखर ने लय में खेलते हुए लेफ्ट आर्म स्पिनर शाहबाज नदीम की गेंद पर छक्का मारकर अपना अर्धशतक 26 गेंदों में पूरा किया। शिखर का आईपीएल में यह 41वां अर्धशतक था। दिल्ली ने अपने 100 रन 10वें ओवर में पूरे किये।

अय्यर को होल्डर ने मनीष पांडेय के हाथों कैच कराया। अय्यर का विकेट 126 के स्कोर पर गिरा। शिखर और अय्यर ने दूसरे विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी की। इस मैच के लिए एकादश में लाये गए शिमरॉन हेत्माएर ने अपनी भूमिका के साथ न्याय करते हुए कुछ बड़े शॉट खेले। हालांकि 11 से 15 ओवर तक रन गति कुछ धीमी रह गयी।

हेत्माएर ने 18वें ओवर में होल्डर पर तीन चौके और शिखर ने भी इसी ओवर में एक चौका लगाया। इस ओवर में 18 रन गए। शिखर 19वें ओवर में संदीप शर्मा की तीसरी गेंद पर पगबाधा हो गए। शिखर ने डीआरएस नहीं लिया। यदि वह डीआरएस लेते तो बच सकते थे क्योंकि गेंद स्टंप छोड़ रही थी।

शिखर ने 50 गेंदों पर 78 रन में छह चौके और दो छक्के लगाए। शिखर के आउट होने के बाद टी नटराजन ने दिल्ली के बल्लेबाजों को बड़ा शॉट मारने का मौका नहीं दिया और 20 ओवर की समाप्ति के बाद दिल्ली का स्कोर 189 रन था। हेत्माएर ने 22 गेंदों पर नाबाद 42 रन में चार चौके और एक छक्का लगाया।
दिल्ली को हैदराबाद के खराब क्षेत्ररक्षण का भी फायदे मिला। हैदराबाद के फील्डरों ने कैच छोड़े, मिसफील्डिंग की और राशिद ने ओवरथ्रो पर चौका भी दिया। हैदराबाद की तरफ से संदीप ने 30 ओवर में एक विकेट और राशिद ने 26 रन पर एक विकेट लिया जबकि होल्डर ने 50 रन लुटाकर एक विकेट लिया। नदीम ने चार ओवर में 48 रन लुटाये।

मजबूत लक्ष्य का पीछा करते हुए हैदराबाद की शुरुआत खराब रही और उसने 44 रन तक जाते-जाते अपने तीन विकेट गंवा दिए। रबादा ने हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर को बोल्ड कर दिया। वार्नर दो रन ही बना सके और उनका विकेट 12 के स्कोर पर गिरा। प्रियम गर्ग और मनीष पांडेय ने दूसरे विकेट के लिए 31 रन की साझेदारी की। लेकिन इसके बाद दोनों बल्लेबाज एक रन के अंतराल में आउट हो गए। स्टॉयनिस ने पांचवें ओवर में दोनों विकेट निकाल दिए। गर्ग बोल्ड हो गए जबकि पांडेय का कैच एनरिच नोर्त्जे ने लपका। गर्ग ने 12 गेंदों पर 17 रन में दो छक्के लगाए। पांडेय ने 14 गेंदों पर 21 रन में तीन चौके लगाए।

पिछले मैच के हीरो केन विलियम्सन ने एक बार फिर मोर्चा संभाला और हैदराबाद की पारी को संवारने का काम शुरू किया। विलियम्सन ने जैसन होल्डर के साथ चौथे विकेट के लिए 46 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने होल्डर को प्रवीण दुबे के हाथों कैच करा दिया। होल्डर ने 15 गेंदों में 11 रन बनाये और उनका विकेट 90 के स्कोर पर गिरा।

विलियम्सन को इसके बाद अब्दुल समद का अच्छा साथ मिला। विलियम्सन ने कुछ शानदार छक्के लगाए और हैदराबाद को मुकाबले में बनाये रखा। समद ने 15वें ओवर में नोर्त्जे की गेंदों पर एक छक्का और दो चौके मार दिए। मुकाबला लगातार रोमांचक होता जा रहा था।

दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर इस जोड़ी को तोड़ने के लिए अपना हर अस्त्र आजमा रहे थे। नोर्त्जे से काम नहीं बना तो उन्होंने 16वें ओवर में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को लगाया। विलियम्सन ने इस ओवर में एक चौका लगाया। 17वें ओवर में स्टॉयनिस आये तो विलियम्सन ने उन पर भी चौका लगा दिया। लेकिन अगली गेंद पर पर स्टॉयनिस ने विलियम्सन को स्वीपर कवर पर रबादा के हाथों कैच करा दिया।

हैदराबाद का पांचवां विकेट 147 के स्कोर पर गिरा। विलियम्सन ने 45 गेंदों पर 67 रन में पांच चौके और चार छक्के लगाए। दिल्ली के लिए यह बड़ा विकेट था लेकिन मैच में अभी ट्विस्ट बाकी था। राशिद खान ने 18वें ओवर में अश्विन की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगा दिया। हैदराबाद को अब आखिरी दो ओवर में 30 रन चाहिए थे।

19वां ओवर रबादा डाल रहे थे। समद ने दूसरी गेंद पर लम्बा छक्का उड़ा दिया। लेकिन तीसरी गेंद पर रबादा ने समद का शिकार कर लिया। समद ने 16 गेंदों पर 33 रन में दो चौके और दो छक्के लगाए। रबादा ने अगली गेंद पर राशिद को भी पवेलियन भेज दिया। राशिद ने सात गेंदों पर 11 रन बनाये। अगली गेंद वाइड रही तो उसकी अगली गेंद पर श्रीवत्स गोस्वामी भी आउट हो गए। रबादा ने तीन विकेट निकालकर मैच का रुख दिल्ली के पक्ष में मोड़ दिया। हैदराबाद को आखिरी ओवर में 22 रन चाहिए थे।

जीत अंत में दिल्ली के हिस्से में आयी और आखिरी गेंद फेंके जाने के साथ ही दिल्ली का पूरा खेमा ख़ुशी से उछल पड़ा। दिल्ली ने लम्बे इंतजार के बाद पहली बार फाइनल में जगह बना ली। रबादा ने 29 रन पर चार विकेट और स्टॉयनिस ने 26 रन पर तीन विकेट लिए।