एंकर और चैनल के खिलाफ कार्रवाई की मांग
देवबन्द।NEWS 18 इंडिया के एंकर अमिश देवगन द्वारा लाइव टीवी शो के दौरान भारत के अज़ीम सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की शान में गुस्ताखी करने पर लोगों में गहरा रोष व्याप्त है।एंकर अमिश देवगन द्वारा हर समय साम्प्रदायिक वायरस फैलाने का काम करते हैं जो किसी भी तरह से सही नहीं कहा जा सकता है और न ही सहन किया जा सकता है सरकार को इस तरह पत्रकारिता की आड़ में साम्प्रदायिकता का चौला पहनकर देश के माहौल को ख़राब करने की छूट नहीं दी जानी चाहिए जैसे उसने सूफी संत ख्वाजा ग़रीब नवाज़ के सम्बंध में आपत्तिजनक टिप्पणी की उससे विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम देवबन्द ने कड़ा एतराज़ जताया है। दारुल उलूम देवबन्द ने सरकार से एंकर और चैनल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।NEWS 18 इंडिया के लाइव शो आरपार के दौरान अमिश देवगन ने अज़ीम सूफी संत ख्वाज गरीब नवाज़ हज़रत मुइनुद्दीन चिश्ती की शान में गुस्ताख़ी करते हुए उन के लिए ‘लुटेरे’ शब्द का इस्तेमाल किया था।चैनल पर डिबेट के दौरान एंकर द्वारा ख्वाजा ग़रीब नवाज़ के सम्बंध में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किए जाने से देश ही नहीं विदेशों तक में बसने वाले उनके लाखों चाहने वाले आहत हुए हैं।देश के सबसे बड़े सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर दारुल उलूम देवबन्द के मोहतमिम मुफ़्ती अबुल क़ासिम अन्सारी नौमानी ने कड़ी नाराजगी जताई है।उन्होंने कहा कि टीवी एंकर की इस गुस्ताख़ी से यह साबित हो गया है कि देश में मदरसों के बाद सम्प्रदायिक ताकतों के निशाने पर ख़ानक़ाहे व मज़ार हैं। उन्होंने कहा कि हज़रत अजमेरी सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरे बर्रे सगीर के रूहानी पेशवा है। देश विदेश के लाखों लोग मज़हबों मिल्लत से ऊपर उठकर उनसे मोहब्बत करते हैं।टीवी एंकर की गुस्ताख़ी से उन सबके दिलों को गहरी चोट पहुंची है।मुफ़्ती अबुल क़ासिम अन्सारी ने सख्त नाराज़गी का इज़हार करते हुए सरकार से एंकर और सम्बंधित चैनल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।सरकार को अगर ज़रा भी देश की फ़िक्र है तो सरकार को चाहिए ऐसे फ़र्ज़ी पत्रकारों पर लगाम लगाए।वैसा अब तक देखने में आया है कि सरकार ऐसे ज़मीर फरोशों को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं जिसकी वजह उनकी साम्प्रदायिक सोच को माना जाता है।